हरियाणा चुनाव: कांग्रेस के बाग़ियों ने निर्दलीय चुनाव लड़कर पार्टी को कितना नुकसान पहुंचाया?

बहादुरगढ़ सीट से कांग्रेस के बाग़ी राजेश जून ने निर्दलीय चुनाव जीता है, जबकि भाजपा द्वारा जीती गईं 11 अन्य सीटों पर कांग्रेस के बाग़ी निर्दलीय चुनाव लड़कर दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे.

जम्मू-कश्मीर: भाजपा को जम्मू क्षेत्र में परिसीमन की कवायद से कितना लाभ हुआ?

जम्मू-कश्मीर में 2022 में चुनावी क्षेत्रों के पुनर्निधारण के लिए परिसीमन की प्रक्रिया की गई थी, जिसके बाद जम्मू में विधानसभा सीटों की संख्या 37 से बढ़कर 43 हो गई थी. हालांकि, चुनावी आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि भाजपा को इससे कोई ख़ास लाभ नहीं हुआ.

जम्मू-कश्मीर चुनाव: आंकड़ों के लिहाज से कश्मीर घाटी में भाजपा का प्रदर्शन कैसा रहा?

चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि साल 2008 के विधानसभा चुनाव में प्रति सीट औसतन 2 प्रतिशत से भी कम वोट हासिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी ने इस बार जिन 19 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे, वहां उसका मत प्रतिशत बढ़कर औसतन 6.76 प्रतिशत हो गया है.

हरियाणा: सैनी के मंत्री, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और चौटाला परिवार के सदस्यों समेत कई दिग्गज हारे

हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी भले ही पूर्ण बहुमत के साथ रिकॉर्ड तीसरी बार सरकार बनाने में कामयाब रही हो, लेकिन उसके 10 में से 8 मंत्री चुनाव हार गए. वहीं, कांग्रेस ने निर्दलीय चुनाव लड़े पार्टी के बाग़ियों की बग़ावत से खासा नुकसान झेला है.

जम्मू-कश्मीर: कांग्रेस को एक समय अपने गढ़ रहे जम्मू में मिली सबसे बुरी हार

कांग्रेस ने जम्मू क्षेत्र की 43 में से 29 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन वह इस क्षेत्र में केवल एक सीट जीत पाई. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर राज्य में 1967 में पहला चुनाव लड़ने के बाद से यह जम्मू क्षेत्र में पार्टी का अब तक का सबसे ख़राब प्रदर्शन रहा.

कश्मीर हारने के बावजूद जम्मू और हरियाणा ने दी भाजपा को राजनीतिक बढ़त

पिछली बार भाजपा ने जिन पार्टियों के साथ मिलकर सरकार बनाई थी- 2014 में कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और 2019 में हरियाणा की जननायक जनता पार्टी- इस चुनाव में उन दोनों का सफाया हो गया है.

कश्मीर में बुरी तरह विफल रहा ‘तीसरा मोर्चा’, ‘प्रॉक्सी’ दलों को जनता ने नकारा

जम्मू-कश्मीर चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में निर्दलीय प्रत्याशियों के चलते तीसरे मोर्चे के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन परिणाम उलटे रहे और भाजपा के 'प्रॉक्सी' बताए जा रहे इनमें से कई उम्मीदवारों के लिए ज़मानत बचाना भी मुश्किल हो गया.

हरियाणा चुनाव: प्रमुख राजनीतिक घराने विफल रहे, गढ़ भी नहीं बचा सके कई उम्मीदवार

हरियाणा के नामी राजनीतिक परिवारों में पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल, बंसीलाल और देवीलाल के परिवार शामिल हैं, जिनके सदस्य अपना गढ़ नहीं बचा सके. पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के परपोते जजपा के दिग्विजय सिंह चौटाला और उनके भाई पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला अपनी सीट नहीं बचा सके.

हरियाणा: पिछली बार के मुक़ाबले अधिक महिलाएं जीतीं, पर ज़्यादातर का है राजनीतिक इतिहास

पार्टियों की हार-जीत से इतर हरियाणा में एक ज़रूरी मुद्दा महिलाओं की राजनीति में भागीदारी का है. इस बार कुल 13 महिलाएं विधायक चुनी गई हैं, जो कुल सीटों की करीब साढ़े 14 प्रतिशत है.

हरियाणा: नूंह हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ़्तार हुए कांग्रेस नेता सर्वाधिक मत अंतर से जीते

फ़िरोज़पुर झिरका सीट से कांग्रेस नेता मामन ख़ान ने भाजपा प्रत्याशी नसीम अहमद पर सबसे अधिक 98,441 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है. ख़ान को पिछले साल नूंह हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था.

हरियाणा विधानसभा चुनाव: कहां चूक गई कांग्रेस

लोकसभा चुनाव 2024 में मिली बढ़त (दस में पांच सीट) से कांग्रेस आत्मविश्वास से भरी हुई थी. उसके पास किसान आंदोलन, पहलवानों का अपमान और अग्निपथ योजना जैसे मुद्दे भी थे, मत प्रतिशत भी बढ़ा, लेकिन वह इसे जीत में तब्दील नहीं कर पाई.

हरियाणा: चुनावी दंगल में विनेश को पदक

चुनावी मैदान में जीत विनेश की लड़ाई का अंत नहीं है. यह दरसअल शुरुआत है. जिन आकांक्षाओं को लेकर उन्हें बतौर खिलाड़ी अपना करिअर शिखर पर छोड़कर राजनीति का रुख़ करना पड़ा, उन सपनों को पूरा करने का रास्ता अब आरंभ होता है.  

जम्मू-कश्मीर: पीडीपी का अब तक का सबसे ख़राब प्रदर्शन, इल्तिजा मुफ़्ती भी हारीं

अविभाजित जम्मू-कश्मीर में दशक भर पहले हुए विधानसभा चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी वर्तमान चुनाव में दहाई का अंक भी नहीं छू पाई है और केवल एक सीट जीती है तथा तीन पर आगे चल रही है.

जम्मू-कश्मीर: नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन को बहुमत, भाजपा 29 पर सिमटी

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जिसके खाते में 42 सीटें गई हैं. वहीं, भारतीय जनता पार्टी 29 सीटों पर सिमट गई है. कांग्रेस ने 6 और निर्दलीय उम्मीदवारों ने 7 सीटें जीती हैं.

हरियाणा विधानसभा चुनाव: भाजपा को पूर्ण बहुमत, जुलाना से विनेश फोगाट विजयी

जुलाना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फोगाट जीत चुकी हैं. उन्होंने भाजपा के योगेश कुमार को छह हज़ार से अधिक वोटों से हराया है.

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