अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार हो रहे विधानसभा चुनाव के पहले चरण में जम्मू की आठ और घाटी की 16 सीटों पर मतदान हुआ है, जहां के चुनावी आंकड़े 2014 के पिछले चुनाव के समान ही रहे हैं.
हरियाणा में जुलाना प्रत्याशी विनेश फोगाट की जनसभा के लिए कांग्रेस ने भले ही हरिजन बस्ती को चुना था, लेकिन जनसभा की तैयारी के लिए निर्देश ब्राह्मण दे रहे थे और दलित उनका पालन कर रहे थे. मायावती की निष्क्रियता के बावजूद वंचित समाज अब भी अपना नेतृत्व बसपा में ही तलाश रहा है और सामाजिक न्याय के कांग्रेस के दावे पर उन्हें भरोसा नहीं है.
समय-समय पर जारी सरकारी रिपोर्टों, निजी संगठनों के श्रम बल के आंकड़ों और रोज़गार बाजार के रुझानों से विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस, को यह विश्वास मिला है कि बेरोज़गारी का मुद्दा उठाकर वह भाजपा को सत्ता में वापसी करने से रोक सकते हैं.
विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के महज़ दो दिन पहले सांसद इंजीनियर राशिद की अवामी इत्तेहाद पार्टी और जमात-ए-इस्लामी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया है. एआईपी दक्षिण कश्मीर के पुलवामा और कुलगाम में जमात के उम्मीदवारों का समर्थन करेगी, वहीं जमात पूरे कश्मीर में एआईपी के उम्मीदवारों को समर्थन देगी.
जम्मू कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी अचानक चुनावी मैदान में कूद पड़ा है. वर्ष 1987 के विधानसभा चुनावों के बाद इसने कभी चुनावों में भाग नहीं लिया था. इसलिए यह कोई मामूली बात नहीं है.
जम्मू-कश्मीर में एक दशक बाद हो रहे विधानसभा चुनाव से पहले जेल से लोकसभा चुनाव जीतने वाले इंजीनियर राशिद को ज़मानत मिलने से ऐसे क़यासों को हवा मिल रही है कि राशिद की अवामी इत्तेहाद पार्टी भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार की प्रॉक्सी है.
विरोध के कारणों में किसान आंदोलन प्रमुख है. कुछ निर्वाचन क्षेत्र तो ऐसे हैं जिन्हें भाजपा का गढ़ माना जाता है. विरोध का सामना जननायक जनता पार्टी को भी करना पड़ रहा है, जिसने पिछले विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा से गठबंधन कर लिया था.
हरियाणा के पिछले विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवारों समेत कुल 104 महिलाएं चुनावी मैदान में थीं. इस बीच, राज्य के भाजपा प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अनिल विज की मुख्यमंत्री पद पर दावेदारी ख़ारिज कर दी है.
हरियाणा के वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री अनिल विज 6 बार के विधायक हैं और अंबाला छावनी सीट से उम्मीदवार हैं. हालांकि, भाजपा पहले ही मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम का ऐलान कर चुकी है.
हरियाणा में फिर से सत्ता में वापसी के लिए प्रयासरत भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को अपना चेहरा बनाया है, लेकिन केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी स्वयं को मुख्यमंत्री के दावेदार के रूप में पेश कर रहे हैं.
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दावा किया है कि 2016 में केंद्र सरकार ने कश्मीरी अलगाववादियों से बातचीत के प्रयास में विपक्ष के चार सांसदों को भेजा था, मगर यह कोशिश सफल नहीं हुई. अतीत में ख़ुद सिंह ने विपक्षी नेताओं की हुर्रियत नेताओं से बातचीत में केंद्र की भागीदारी से इनकार किया था.
राजनाथ सिंह ने साल 2016 में विपक्षी सांसदों के ऐसे किसी भी प्रयास से इंकार किया था. उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की हुर्रियत
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन पर बातचीत विफल रही, जिसके बाद आप ने सोमवार को इसके उम्मीदवारों की पहली और मंगलवार को दूसरी सूची जारी कर दी. 5 अक्टूबर को होने वाले चुनावों के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र भाजपा ने अपने पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह को पहलवानों और अब कांग्रेस सदस्य विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया पर टिप्पणी करने से परहेज़ को कहा है. हालांकि, इसके बावजूद वे पहलवानों के आंदोलन पर टिप्पणी करते नज़र आए.
लोकसभा चुनाव से पहले तक विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी की राह कठिन दिखाई दे रही थी, लेकिन नतीजों ने राज्य के राजनीतिक समीकरण बदल डाले. सदन में लगभग 20% विधायकों वाले एमवीए ने ‘इंडिया’ गठबंधन के तले क़रीब दो-तिहाई लोकसभा सीटें (30) जीतकर सत्तारूढ़ महायुति को चिंता में डाल दिया है.
जम्मू-कश्मीर में चन्नपोरा विधानसभा सीट से भाजपा द्वारा कांग्रेस से आए हिलाल अहमद वानी को मैदान में उतारने की सूचना के बाद पार्टी के निर्वाचन क्षेत्र अध्यक्ष अल्ताफ़ अहमद पंडित ने अपनी 40 सदस्यीय टीम समेत इस्तीफ़ा दे दिया है.