वीडियो: दिल्ली के उत्तम नगर, नज़फ़गढ़ और द्वारका सहित दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के कुछ हिस्सों में ट्रैफिक सिग्नल पर पैसे मांगकर आजीविका चलाने वाले ट्रांसजेंडर लोगों का आरोप है कि जी-20 सम्मलेन की सुरक्षा तैयारियों के बहाने पिछले एक हफ्ते से पुलिस ने उनमें से कई को मनमाने तरीके से गिरफ़्तार किया है और उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया.
दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी में भीख मांगने को अपराध की श्रेणी से बाहर कर दिया है. अदालत ने कड़ी टिप्पणी करते हुए सरकार से पूछा था कि ऐसे देश में भीख मांगना अपराध कैसे हो सकता है जहां सरकार भोजन या नौकरियां प्रदान करने में असमर्थ है.
दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि लोग इसलिए भीख नहीं मांगते कि ऐसा करना उनकी इच्छा है, बल्कि इसलिए मांगते हैं क्योंकि ये उनकी ज़रूरत है. भीख मांगना जीने के लिए उनका अंतिम उपाय है, उनके पास जीवित रहने का कोई अन्य साधन नहीं है.
भीख मांगने को अपराध की श्रेणी से बाहर किए जाने की से जुड़ीं जनहित याचिकाओं की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट की पीठ ने की टिप्पणी.
केंद्र सरकार ने कहा कि अगर ग़रीबी के कारण भिक्षावृत्ति की जा रही हो तो उसे अपराध नहीं माना जाना चाहिए.