छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले में सुरक्षा बलों ने 10 मई को एक मुठभेड़ में 12 कथित माओवादियों को मारने का दावा किया है. मृतकों के परिजनों का कहना है कि 12 में से 10 मृतक पीडिया और ईतावर गांव के निवासी थे और खेती-किसानी किया करते थे.
छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले में सुरक्षा बलों द्वारा बीते हफ्ते एक मुठभेड़ में 12 कथित माओवादियों को मार गिराने की बात कही गई थी. अब ग्रामीणों का कहना है कि कुछ ग्रामीण जंगल से तेंदूपत्ता तोड़ने गए थे और तभी सुरक्षा बल वाले उनकी ओर बढ़े, जिसे देखकर वे भागने लगे और तभी उन पर गोली चला दी गई.
छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले के एडेसमेट्टा गांव में साल 2013 में सीआरपीएफ की कोबरा इकाई द्वारा की गई फायरिंग में आठ लोग मारे गए थे, जिसमें से चार नाबालिग थे. सुरक्षाबलों ने दावा किया था कि वे नक्सली थे. मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज जस्टिस वीके अग्रवाल ने अपनी जांच रिपोर्ट में इस मुठभेड़ को ‘एक ग़लती’ बताया है.