पुलिस ने बताया कि घटना 1 अप्रैल की है और जिस शख़्स को पीटा गया है, उसे लेकर लोगों को संदेह था कि वह दो बच्चियों का यौन उत्पीड़न करना चाहता था. बताया गया है कि स्थानीय स्तर पर हुए विवाद के बाद बिट्टू बजरंगी के समूह के लोग उस व्यक्ति को अपने एक नेता के घर ले गए थे, जहां उसे पीटा गया.
हरियाणा की नूंह पुलिस ने गोरक्षक राजकुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी बीते 31 अगस्त को हुई सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में गिरफ़्तार किया है. इस हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई थी. मामले में गोरक्षक मोनू मानेसर भी आरोपी हैं. दोनों पर दक्षिणपंथी समूहों की यात्रा से पहले मुस्लिम बहुल ज़िले नूंह में सांप्रदायिक तनाव फैलाने का आरोप है.
नूंह में हुई हिंसा के बाद राज्य के कई क्षेत्रों में फैले सांप्रदायिक तनाव के बीच हरियाणा की लगभग 30 खापों, संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं, कई किसान संघों और विभिन्न धर्मों के लोगों ने हिसार में महापंचायत में हिस्सा लिया, जहां शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की गई.