मध्य प्रदेशः बलात्कार के बाद पांच साल की बच्ची की हत्या, एक गिरफ़्तार

मामला उज्जैन का है, जहां भूकी माता मंदिर इलाके से झुग्गी में परिजनों के साथ सो रही एक बच्ची का कथित तौर पर अपहण कर बलात्कार किया गया. इसके बाद बच्ची की हत्या कर शव नदी में फेंक दिया गया.

जिन्ना को प्रधानमंत्री बनाया गया होता तो देश के टुकड़े नहीं होते: भाजपा उम्मीदवार

मध्य प्रदेश के रतलाम-झाबुआ सीट से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार गुमानसिंह डामोर ने कहा कि मोहम्मद जिन्ना एक एडवोकेट और एक विद्वान व्यक्ति थे. अगर उस समय निर्णय लिया गया होता कि हमारा प्रधानमंत्री मोहम्मद अली जिन्ना बनेगा तो इस देश के टुकड़े नहीं होते.

मध्य प्रदेश: चुनाव आयोग ने कांग्रेस के विज्ञापन ‘चौकीदार चोर है’ के प्रसारण पर लगाई रोक

भाजपा ने शिकायत दर्ज कराई थी. इस विज्ञापन में ‘चौकीदार’ के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया है और यहां ‘चौकीदार’ से आशय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से है.

टिकट पर भाजपा के अनिर्णय के बाद सुमित्रा महाजन ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की

76 वर्षीय लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने एक विज्ञप्ति जारी कर मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट से भाजपा द्वारा अब तक टिकट की घोषणा न करने पर सवाल उठाए हैं. भाजपा ने इस बार 91 वर्षीय लाल कृष्ण आडवाणी और 85 वर्षीय मुरली मनोहर जोशी को भी टिकट नहीं दिया है.

वो कौन से कारण हैं जिनकी वजह से मध्य प्रदेश में चूक गए चौहान

इस विधानसभा चुनाव में जितनी अधिक सीटें कांग्रेस ने पाई हैं, उतनी ही संख्या में भाजपा ने सीटें गंवाई हैं. पिछले चुनावों में कांग्रेस को 58 और भाजपा को 165 सीटें मिली थीं. इस बार कांग्रेस की सीटों में 56 की बढ़ोतरी हुई है. उसकी सीटें 114 हो गई हैं. वहीं, भाजपा की सीटें 56 कम होकर 109 रह गई हैं.

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव: 10 सीटों पर हार-जीत का अंतर 1,000 से भी कम रहा

इन 10 सीटों में से 7 कांग्रेस ने जीतीं और 3 भाजपा ने. बहुमत से 7 सीट दूर रही भाजपा अगर इन पर जीत दर्ज कर लेती तो तस्वीर कुछ और होती.

मध्य प्रदेश में सरकार बनाने को तैयार कांग्रेस के कई बड़े नेता चुनाव हार गए

230 सीटों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा में 114 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी कांग्रेस के कई दिग्गजों को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा.

मध्य प्रदेश: चुनाव मैदान में उतरे शिवराज के 27 में से 13 मंत्री हार गए

मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के मंत्रिमंडल में उन्हें मिलाकर कुल 32 मंत्री थे, जिनमें से 27 ने चुनाव लड़ा था. 14 मंत्री अपनी सीट बचाने में सफल रहे. इनमें से कई काफी जद्दोजहद के बाद जीत दर्ज कर सके.