देश की कमज़ोर अर्थव्यवस्था के बीच प्रचंड जनादेश हासिल करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष कई बड़ी आर्थिक चुनौतियां मुंह बाए खड़ी हैं.
कांग्रेस और विपक्ष को चाहिए था कि वो मोदी को रफाल की बजाय राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद, राष्ट्रवाद, धर्मनिरपेक्षता, बेरोज़गारी, किसानों की आत्महत्या पर बहस के लिए ललकारते.
आम चुनाव से ठीक पहले बेरोज़गारी से जुड़े आंकड़ों पर आधारित यह रिपोर्ट लीक हो गई थी, तब सरकार ने इस रिपोर्ट को अधूरा बताया था, लेकिन शुक्रवार को सरकार द्वारा जारी आंकड़ों में इसकी पुष्टि हो गई.
राहुल गांधी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी संविधान और हर भारतीय के लिए लड़ रहे हैं. हमारे पास अभी भी 52 सांसद हैं और हम हर दिन भाजपा से लड़ेंगे.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव परिणामों के घोषणा के बाद पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा के विरोध में धरना दिया. इस दौरान जब उनका काफिला गुज़र रहा था, तब फिर कुछ लोगों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए.
जदयू के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मोदी मंत्रिमंडल में सांकेतिक रूप से शामिल होने के न्योते को लेकर उनकी पार्टी ने सहमति नहीं दी. उन्होंने कहा कि कोई नाराज़गी नहीं है. हम सब राजग के साथ हैं और रहेंगे.
2019 में भारतीय जनता पार्टी को जो जनादेश मिला है, वह असाधारण होते हुए भी अधूरा है और खंडित है.
नरेंद्र मोदी के साथ 24 कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली, जिसमें राजनाथ सिंह और अमित शाह के अलावा पूर्व विदेश सचिव एस. जयशंकर शामिल हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सभी मीडिया चैनलों/संपादकों से आग्रह किया जाता है कि वे अपने शो में कांग्रेस प्रतिनिधियों को आमंत्रित नहीं करें.
तृणमूल कांग्रेस विधायकों और नेताओं का भाजपा में शामिल होने का सिलसिला जारी. बीते मंगलवार को भी तृणमूल के दो और माकपा के एक विधायक समेत तृणमूल के 50 से अधिक पार्षद भाजपा में शामिल हो गए थे. तृणमूल ने कहा कि अवसरवादियों के पार्टी छोड़ने से फ़र्क़ नहीं पड़ता.
क्या नरेंद्र मोदी यह कहना चाह रहे हैं कि मुस्लिमों को जिस भय की राजनीति का सामना करना पड़ रहा है, वे उसे ख़त्म करने की कोशिश करेंगे? अगर उन्हें गंभीरता के साथ इस ओर काम करना है तो इसकी शुरुआत संघ परिवार से नहीं होनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा दावा कर रही है कि पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा में पार्टी के 54 लोगों की हत्या हुई है, यह ग़लत है. बंगाल में कोई राजनीतिक हत्या नहीं हुई है. उधर, कथित राजनीतिक हिंसा में मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजनों को शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया.
भाजपा नेता पेमा खांडू के अलावा 11 विधायकों को राज्यपाल ने दिलाई शपथ. शपथ ग्रहण समारोह में असम, नगालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा और मेघालय के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए.
नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा, ‘इलाज के दौरान मेरे पास निश्चित तौर पर काफी समय होगा, जिसमें मैं सरकार और पार्टी की अनौपचारिक तौर पर मदद कर सकूंगा.’
पूर्व में बहुमत अंकगणित से हासिल होता था, जो सामाजिक समूहों को एक साथ जोड़कर होता था, यह बहुमत सिर्फ वैचारिक मंच पर ही नहीं, बल्कि सत्ता में सभी की भागीदारी का वादा करके हासिल होता था. 2014 में भाजपा ने ख़ुद को चुनावी अंकगणित से दूर कर लिया और ध्रुवीकरण की प्रक्रिया से राष्ट्रीय बहुमत हासिल किया.