अडानी समूह के मालिक गौतम अडानी ने एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति का तमगा रिलायंस समूह के मुकेश अंबानी को पीछे छोड़कर हासिल किया है. गौरतलब है कि अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने बीते वर्ष अपनी रिपोर्ट में अडानी समूह पर 'कॉरपोरेट इतिहास का सबसे बड़ा धोखा' करने का आरोप लगाया था.
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी के आंकड़ों के अनुसार, भारत की बेरोज़गारी दर अक्टूबर में दो साल के उच्चतम स्तर 10.09 प्रतिशत पर पहुंच गई. यह आंकड़ा सितंबर से लगभग तीन प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है, जब यह 7.09 प्रतिशत था. एक अन्य सर्वे में पाया गया कि 15 से 34 वर्ष के 36 प्रतिशत भारतीयों ने माना कि बेरोज़गारी देश के सामने सबसे बड़ी समस्या है.
अमेरिकी व्यापार पत्रिका फोर्ब्स की एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि विनोद अडानी, जिनके पास अडानी समूह में कोई औपचारिक प्रबंधकीय पद नहीं है, ‘पहले जो जानकारी उनके बारे में थी, उसकी लगभग पांच गुना अधिक अमीर हैं’.
अमेरिकी इन्वेस्टमेंट रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग के आरोपों के बीच बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि वे अडानी शेयरों को लेकर बाज़ार की अस्थिरता पर चिंतित नहीं हैं. अगर अडानी समूह मानकों को पूरा करता है तो बैंक ऑफ बड़ौदा उसे क़र्ज़ देगा.
वीडियो: ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक़, भारतीय रुपया इस साल एशिया की सबसे ख़राब प्रदर्शन वाली करेंसी रह सकती है. विदेशी निवेशकों ने बाज़ार से लगभग चार अरब डॉलर की पूंजी निकाल ली है, जिससे इस तिमाही में रुपये की कीमत 2.2 फीसदी गिर गई है. इस बारे में जेएनयू के प्रोफेसर डॉ. प्रवीण झा से बातचीत.