बंगाल के शिक्षा मंत्री ने कहा- एमफिल में एडमिशन बंद करने का यूजीसी का निर्देश राज्य में लागू नहीं

यूजीसी ने देशभर के विश्वविद्यालयों को हाल में जारी एक पत्र में एमफिल पाठ्यक्रमों के मान्यता प्राप्त डिग्री न होने की बात कहते हुए इस कोर्स में एडमिशन न देने को कहा है. पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु का कहना है कि राज्य उच्च शिक्षा विभाग पहले के दिशानिर्देशों से चलेगा और वहां एमफिल पाठ्यक्रम चलते रहेंगे.

पश्चिम बंगाल: ममता बनर्जी को सम्मानित किए जाने के विरोध में लेखक ने अपना पुरस्कार लौटाया

बांग्ला भाषा की लेखक एवं लोक संस्कृति शोधकर्ता रत्ना राशिद बनर्जी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदान को लेकर विशेष पुरस्कार देने के पश्चिमबंगा बांग्ला अकादमी के फैसले के विरोध में यह क़दम उठाया है. उन्होंने कहा कि यह एक बुरी मिसाल कायम करेगा. अकादमी का वह बयान सत्य का उपहास है, जिसमें साहित्य के क्षेत्र में मुख्यमंत्री के अथक प्रयासों की प्रशंसा की गई है.

पश्चिम बंगाल: पांच दिन में तीसरे भाजपा विधायक तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए

इस साल जून में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे मुकुल रॉय वापस टीएमसी में लौट गए थे. इसके अलावा हालिया चुनाव में भाजपा के टिकट पर बांकुरा ज़िले की बिष्णुपुर सीट से जीतने वाले तन्मय घोष बीते 30 अगस्त को और उत्तर 24 परगना ज़िले के बागदा से भाजपा विधायक बिस्वजीत दास बीते 31 अगस्त को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे.

पश्चिम बंगाल: भाजपा विधायक बिश्वजीत दास तृणमूल कांग्रेस में शामिल

बागदा विधायक बिश्वजीत दास विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने वाले वाले तीसरे भाजपा विधायक हैं. तृणमूल के टिकट पर दो बार विधायक रहे दास 2019 में भाजपा में शामिल हुए थे.

भाजपा शासित राज्य में शिक्षा का भगवाकरण किया जा रहाः पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री

यूपी बोर्ड ने नोबेल पुरस्कार विजेता रबींद्रनाथ टैगोर और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एस. राधाकृष्णन की कृतियों को कक्षा दसवीं और बारहवीं के पाठ्यक्रमों से हटा दिया है. टैगोर की लघु कहानी ‘द होम कमिंग’ और राधाकृष्णन का निबंध ‘द वीमेन एजुकेशन’ को पहले भी कक्षा बारहवीं के पाठ्यक्रम से हटाया गया था.

बंगाल में भाजपा के सत्ता में आने पर एंटी रोमियो स्क्वॉड बनाया जाएगाः योगी आदित्यनाथ

साल 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा के सत्ता में आने के बाद महिलाओं की सुरक्षा का दावा करते हुए एंटी रोमियो स्क्वॉड का गठन किया गया था. एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक उस समय राज्य में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध के प्रतिदिन 153 मामले सामने आते थे, जो संख्या 2019 में 164 हो गई.