घटना बदायूं ज़िले की है. तहसील कार्यालय में एक वृद्ध किसान ने ज़हर खा लिया था, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. उसके द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट में दो राजस्व अधिकारियों पर आरोप लगाया गया है कि दोनों ने रिश्वत लेकर उनकी ज़मीन किसी और के नाम हस्तांतरित कर दी थी.
मामला बदायूं ज़िले का है, जहां एक सरकारी कर्मचारी की पत्नी ने दावा किया है कि कोविड-19 का टीका लगवाने के बाद उनके पति दृष्टिहीन हो गए. उनकी याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बदायूं डीएम से कहा है कि वे जांच कर बताएं कि क़ानून के अनुसार इस मामले में मुआवज़ा दिया जा सकता है या नहीं.