बीते तीन दिसंबर को बुलंदशहर के स्याना कोतवाली के एक गांव में कथित गोकशी के बाद भड़की हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और सुमित कुमार नाम के युवक की मौत हो गई थी.
इससे पहले बुलंदशहर एसएसपी, स्याना क्षेत्राधिकारी और चिंगरावठी पुलिस चौकी के प्रभारी का तबादला कर दिया गया था. बुलंदशहर हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और सुमित कुमार नाम के युवक की मौत हो गई थी.
बीते शनिवार को सेना ने जीतेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी को हिरासत में लेकर उसे उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया. पुलिस इस समय उससे पूछताछ कर रही है. जीतू जम्मू कश्मीर के सोपोर ज़िले में तैनात था.
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में बीते तीन दिसंबर को कथित गोकशी के बाद भड़की हिंसा में स्याना कोतवाली के इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और सुमित कुमार नाम के युवक की मौत हो गई थी.
वीडियो: द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी ने बुलंदशहर के महाव गांव का दौरा किया जहां गाय के अवशेष पाए जाने के बाद हुई हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या हुई थी.
ख़ुफ़िया विभाग की रिपोर्ट मिलने के बाद बुलंदशहर एसएसपी, स्याना क्षेत्राधिकारी और चिंगरावठी पुलिस चौकी के प्रभारी का तबादला कर दिया गया है. इस रिपोर्ट में स्थानीय पुलिस और प्रशासन पर सवाल उठाए गए हैं.
बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह से भाजपा नेताओं की नाराज़गी से संबंधित एक पत्र मिला है. इसे लेकर जांच के आदेश दिए गए है.
महिला के कथित तौर पर एक युवक के साथ कहीं और चले जाने पर पंचायत ने सुनाई सज़ा. पुलिस ने पति और पूर्व ग्राम प्रधान समेत तीन नामज़द लोगों को किया गिरफ़्तार.