कान फिल्म समारोह में पुरस्कृत पायल कपाड़िया बोलीं- लोकतंत्र के लिए आवाज़ों का आज़ाद रहना ज़रूरी

बीते दिनों कान फिल्म समारोह में अवॉर्ड जीतने वाली पायल कपाड़िया ने साल 2015 में एफटीआईआई के अध्यक्ष के रूप में गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के ख़िलाफ़ चार महीने तक चले विरोध प्रदर्शन की अगुवाई की थी. यह प्रदर्शन एफटीआईआई कैंपस में सबसे लंबे चले प्रदर्शनों में से एक था.

कान फिल्म महोत्सव में भारत की ‘ऑल दैट ब्रीद्स’ ने सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री का पुरस्कार जीता

‘ऑल दैट ब्रीद्स’ डॉक्यूमेंट्री के निर्देशक शौनक सेन हैं. इस फिल्म में मोहम्मद सऊद और नदीम शहबाज़ नामक भाइयों के जीवन को दर्शाया गया है, जो दिल्ली के एक गांव वज़ीराबाद में पक्षियों, विशेष रूप से काली चीलों को बचाते और उनका इलाज करते हैं.