एनसीईआरटी ने कक्षा दसवीं की किताब से जिन तीन अध्यायों को हटाया है, उनमें से एक भारत-चीन क्षेत्र में राष्ट्रवाद का उदय, दूसरा उपन्यासों के ज़रिये समकालीन विश्व के इतिहास का विवरण और तीसरा दुनिया के शहरों का विकास शामिल है.
इनमें से एक अध्याय में त्रावणकोर की नादर जाति की उन महिलाओं के संघर्ष के बारे में बताया गया है, जिन्हें अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को खुला रखने के लिए मजबूर किया जाता था.