साल 2013 में अमेरिका की सेंट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी द्वारा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे निगरानी कार्यक्रम से संबंधित दस्तावेज़ों का खुलासा करने के बाद अमेरिका से भागकर एडवर्ड स्नोडेन ने रूस में शरण ले ली थी. स्नोडेन इसी एजेंसी के लिए काम किया करते थे.
अमेरिकी अख़बार वाशिंगटन पोस्ट और जर्मनी की सरकारी संवाद एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी खुफिया संस्था सीआईए ने एक स्विस कंपनी के ज़रिये लगभग पचास सालों से अधिक समय तक दुनिया के तमाम देशों के गोपनीय सूचनाओं और जानकारी में सेंध लगाई और अमेरिकी नीति तय करने में सहायता दी.