अगस्त महीने में हरियाणा के चरखी दादरी में कथित गोरक्षकों द्वारा गोमांस खाने के शक में एक 26 वर्षीय शख़्स की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. अब हरियाणा पुलिस को मिली फॉरेंसिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि जिस मांस के शक में यह हत्या की गई थी, वो गोमांस नहीं था.
विनेश फोगाट बलाली गांव की रहने वाली हैं जो चरखी-दादरी ज़िले के बाढड़ा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, लेकिन वे जींद ज़िले की जुलाना विधानसभा से लड़ रही हैं.
सुनील सांगवान के सुनारिया जेल अधीक्षक रहने के दौरान बलात्कार और हत्या के दोषी गुरमीत राम रहीम सिंह को छह बार पैरोल या फरलो पर रिहा किया गया था. हरियाणा सदाचारी बंदी (अस्थायी रिहाई) अधिनियम जेल अधीक्षक को कैदियों को पैरोल या फरलो देने के लिए मामलों की सिफारिश जिला मजिस्ट्रेट से करने का अधिकार देता है.
मृतक साबिर पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे और पिछले 3 सालों से अपनी पत्नी के साथ हरियाणा में कबाड़ बीनने का काम कर रहे थे. पुलिस के मुताबिक, आरोपी गोरक्षक दल के सदस्य थे और उन्हें संदेह था कि साबिर ने गोमांस खाया है.