बारामूला के एक स्कूल ने 25 अप्रैल को जारी सर्कुलर में शिक्षिकाओं से स्कूल अवधि के दौरान हिजाब पहनने से परहेज़ करने को कहा था. बाद में इसमें संशोधन करते हुए स्कूल ने बताया कि उसने नक़ाब पहनने से मना किया है क्योंकि यह विशेष तौर पर सक्षम बच्चों का स्कूल है और बच्चों को भावभंगिमा के ज़रिये पढ़ाया जाता है.
हाल ही में जारी निर्देशों पर छात्राओं ने प्रशासन पर मोरल पुलिसिंग का आरोप लगाया है. प्रशासन का कहना है कि 21 मार्च को होली के एक कार्यक्रम में हुए हंगामें के बाद ये निर्देश जारी किए. इससे पहले एक कार्यक्रम में छात्राओं को पुरुष साथियों से अलग बैठने का भी आदेश दिया गया था.
कुलपति ने कहा, जांचे जाएंगे दीक्षांत समारोह में विभिन्न लोगों और संगठनों द्वारा प्रायोजित पुरस्कारों के पात्रता मानदंड.
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार योग-प्राणायाम करने अथवा भारतीय सभ्यता-संस्कृति में रुचि रखने वाले छात्रों को ही मेडल के लिए प्राथमिकता दी जाएगी.
मंत्रालय ने एक सर्कुलर जारी कर अपने मातहत सभी विभागों से कहा कि वे सक्षम अधिकारियों की अनुमति के बग़ैर मीडिया से बात न करें.