हरियाणा चुनाव: बलाली की विनेश ने राजनीति के लिए अपना जन्मस्थान क्यों नहीं चुना?

विनेश फोगाट बलाली गांव की रहने वाली हैं जो चरखी-दादरी ज़िले के बाढड़ा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, लेकिन वे जींद ज़िले की जुलाना विधानसभा से लड़ रही हैं.

हरियाणा चुनाव: जवान, किसान और पहलवान का फैक्टर है कितना बलवान?

सेना में जवानों की अल्पकालिक भर्ती के लिए लाई गई 'अग्निपथ' योजना, दिल्ली की सीमाओं पर अपनी मांगों को लेकर डटे किसान और राजधानी में ही पुलिस द्वारा घसीटे गए प्रदर्शनकारी पहलवानों के मुद्दों की हरियाणा के मौजूदा विधानसभा चुनावों में गहरी छाप नज़र आती है.

हरियाणा की 36 बिरादरी का भाईचारा इस बार क्या बदलाव लेकर आएगा

हरियाणा चुनाव में 36 बिरादरियों के भाईचारे का नारा सामाजिक बदलाव का संकेत दे रहा है, लेकिन आने वाला समय ही बताएगा कि चुनाव के बाद की राजनीति में यह परिवर्तन कितना फलीभूत होगा.

हरियाणा चुनाव की अनकही कथा: मारुति के बर्ख़ास्त मज़दूरों की व्यथा

दशक भर पहले गुड़गांव के मानेसर स्थित मारुति फैक्ट्री में प्रबंधन और मज़दूरों के बीच हिंसक हुए विवाद में एक अधिकारी की मौत हो गई थी. इसके बाद करीब ढाई हज़ार मज़दूरों को मनमाने तरीके से नौकरी से निकाल दिया गया था. वे आज तक नौकरी बहाल किए जाने की मांग कर रहे हैं.

हरियाणा चुनाव: पूर्व सेना प्रमुख के गांव में भी ‘अग्निपथ’ से दूरी

हरियाणा के भिवानी ज़िले का बापोड़ा गांव पूर्व सेना प्रमुख और भाजपा सांसद जनरल वीके सिंह का गांव है. गांव के हर दूसरे परिवार में आपको सैनिक मिल जाएंगे, लेकिन ‘अग्निपथ’ योजना लागू होने के बाद यहां के युवा सेना का सपना छोड़कर अन्यत्र भविष्य तलाश रहे हैं.

यूपी के बाद हिमाचल प्रदेश ने भी भोजनालयों को मालिकों के नाम लिखने का निर्देश दिया

कांग्रेस के नेतृत्व वाली हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी खाद्य विक्रेताओं और भोजनालयों को ग्राहकों के लिए ‘पारदर्शिता’ बढ़ाने के लिए अपने मालिकों के नाम और पते प्रदर्शित करने का निर्देश दिया. मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि यह निर्णय किसी अन्य राज्य द्वारा प्रेरित नहीं है.

मणिपुर के सांसद बिमोल अकोईजाम ने राज्य में हिंसा के लिए मोदी-शाह और भाजपा को ज़िम्मेदार ठहराया

द वायर को दिए इंटरव्यू में इनर मणिपुर से नवनिर्वाचित कांग्रेस सांसद बिमोल अकोईजाम ने राज्य में जारी हिंसा के लिए सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा को ज़िम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यह हिंसा राजनीतिक लाभ के लिए हुई बड़ी साज़िश का हिस्सा है.

विनेश फोगाट राठी: जब सत्ता से जूझती खिलाड़ी राजनेता बनती है

विनेश स्टेडियम को छोड़कर एक नई राह पर चल पड़ी हैं. उनसे पहले भी खिलाड़ी राजनीति में आए हैं, लेकिन उन सभी ने अपनी पूरी पारी खेल चुकने के बाद संसद का रुख़ किया था. क्या सहसा चुना गया यह रास्ता विनेश को सार्थकता दे पाएगा?

क्या भाजपा दीनदयाल उपाध्याय के रास्ते पर चल रही है?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस मुक्त भारत के नारे लगाते हैं, अगर वे दीनदयाल उपाध्याय की ओर मुड़ें तो पता चलेगा कि भाजपा का आचरण उनके विचारों को नकार देता है.

भाजपा ने सांसद कंगना रनौत के कृषि क़ानूनों की वापसी वाले बयान से पल्ला झाड़ा

भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा था कि सालभर के किसान आंदोलन के बाद निरस्त किए गए विवादास्पद तीन कृषि क़ानूनों को वापस लाया जाना चाहिए. भाजपा ने उनकी टिप्पणी से ख़ुद को अलग करते हुए कहा कि कंगना पार्टी की ओर से इस तरह के बयान देने के लिए 'अधिकृत' नहीं हैं.

बांग्लादेश ने गृह मंत्री अमित शाह के ‘घुसपैठिए’ वाले बयान पर कड़ा विरोध जताया

झारखंड में एक रैली को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने सूबे में बांग्लादेश के 'घुसपैठियों' को लेकर विभिन्न टिप्पणियां की थीं. बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने इस पर कहा है कि ज़िम्मेदार पदों पर बैठे लोगों की पड़ोसी देशों के नागरिकों पर की गई टिप्पणियों से आपसी सम्मान की भावना कमज़ोर पड़ती है.

ईवाई कर्मी की मौत: वित्त मंत्री का स्ट्रेस मैनेजमेंट का सबक, कांग्रेस बोली- पीड़ित को दोषी ठहराना घृणित

पुणे की एक कंपनी में काम करने वाली सीए एना सेबेस्टियन की 20 जून को हृदयाघात से मौत हो गई. उनकी मां का दावा है कि लंबे समय तक काम के अत्यधिक दबाव के चलते ऐसा हुआ. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसका ज़िक्र करते हुए कहा है कि कॉलेजों को छात्रों को स्ट्रेस मैनेजमेंट सिखाना चाहिए.

हरियाणा चुनाव: जाट, जाति और दलित के फेर में फंसी भाजपा-कांग्रेस के सीएम फेस की रेस

भारतीय जनता पार्टी ने नायब सिंह सैनी को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाया है, बावजूद इसके पार्टी के अन्य नेता दावेदारी पेश करते देखे गए हैं. वहीं, कांग्रेस ने सीएम चेहरा तो घोषित नहीं किया है, लेकिन पार्टी के फ़ैसलों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा की निर्णायक भूमिका काफ़ी कुछ कह देती है.

‘हितों के टकराव’ के चलते बुच ने जिन मामलों से ख़ुद को अलग किया, उनकी जानकारी नहीं: सेबी

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड ने पिछले महीने कहा था कि इसकी अध्यक्ष माधबी बुच ने 'हितों के टकराव' से जुड़े मामलों से ख़ुद को अलग कर लिया था, लेकिन अब एक आरटीआई के जवाब में कहा है कि जिन मामलों से उन्होंने ख़ुद को अलग किया था, उनकी जानकारी उपलब्ध नहीं है.

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