मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दिसंबर 1984 में हुई गैस त्रासदी ने तमाम महिलाओं से उनके पति को छीनकर उन्हें बेसहारा बना दिया था. उनकी आर्थिक मदद के लिए पेंशन योजना शुरू की गई थी, जिस पर दिसंबर 2019 से राज्य सरकार ने रोक लगा दी है. इसे दोबारा शुरू करने की घोषणा तो लगातार की जा रही हैं, लेकिन कोरोना काल में बुरी तरह से प्रभावित ये विधवा महिलाएं अब तक इससे महरूम हैं.
हरियाणा के सीबीएसई और आईसीएसई से संबद्ध स्कूलों के संघ हरियाणा प्रोग्रेसिव स्कूल्स कॉन्फ्रेंस ने अपनी याचिका में एनजीटी के आदेशों में संशोधन करने का अनुरोध किया गया था. एनजीटी ने साल 2015 में दस साल पुराने डीजल वाहनों का पंजीकरण रद्द करने का निर्देश दिया था.
भारत में लगातार 48वें दिन रोजाना के मामले पचास हजार से कम आए हैं. कुल मामलों की संख्या 3,21,56,493 हो गई है और 4,30,732 लोगों की मौत हुई है. विश्वभर में 20.62 करोड़ से अधिक कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 43.46 लाख से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई है.
भारत में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 3.21 करोड़ से अधिक हो गई है और इस वायरस के संक्रमण से 4,30,254 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, दुनियाभर में संक्रमण के 20.54 करोड़ से अधिक केस दर्ज हुए हैं और 43.30 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है.
केंद्र सरकार ने कहा है कि आंध्र प्रदेश को छोड़कर किसी भी राज्य ने विशेष रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति की कमी के कारण कोविड-19 मरीज़ों की मौत की सूचना नहीं दी है. इससे पहले केंद्र सरकार ने राज्यसभा में कहा था कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान किसी भी राज्य या केंद्रशासित प्रदेश से ऑक्सीजन के अभाव में किसी भी मरीज़ की मौत की ख़बर नहीं मिली है.
वायुसेना से बर्ख़ास्त किए गए कर्मचारी ने हाईकोर्ट को बताया कि केंद्र सरकार ने कहा था कि कोविड-19 टीका विशुद्ध रूप से स्वैच्छिक है, अनिवार्य नहीं. इसके जवाब में वायुसेना की ओर से कहा गया कि टीकाकरण एक सेवा आवश्यकता है और सशस्त्र बलों के लिए व्यक्तिगत विकल्प नहीं है, जैविक हथियारों के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए टीके की खुराक लेना आवश्यक है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 3,20,77,706 हो गए हैं और मृतकों की संख्या बढ़कर 4,29,669 पहुंच गई है. विश्व में संक्रमण के कुल 20,47,35,347 दर्ज किए गए हैं, जब अब तक 43,24,587 लोगों की जान जा चुकी है.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री भारती पवार ने राज्यसभा में कहा कि कोविड-19 रोधी टीकाकरण प्रमाण-पत्रों में प्रधानमंत्री के संदेश के साथ फोटो व्यापक जनहित में टीकाकरण के बाद भी कोविड-19 उचित व्यवहार का पालन करने के महत्व के बारे में जागरूकता उत्पन्न करने के संदेश पर बल देता है.
भारत में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,20,36,511 पर पहुंच गई है और मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 4,29,179 हो गया है. विश्व में संक्रमण के मामले 20.40 करोड़ से ज़्यादा हो गए हैं, जबकि 43.14 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,19,98,158 हो गई है और इस महामारी से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 4,28,682 हो चुका है. विश्व में संक्रमण के 20.33 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और 43.03 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
विश्वविद्यालय में यह तर्क नहीं चल सकता कि चूंकि पैसा सरकार (जो असल में जनता का होता है) देती है, इसलिए विश्वविद्यालयों को सरकार की तरफ़दारी करनी ही होगी. बेहतर समाज के निर्माण के लिए ज़रूरी है कि विश्वविद्यालय की रोज़मर्रा के कामकाज में कम से कम सरकारी दख़ल हो.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 3,19,69,954 हो गए हैं और जान गंवाने वालों का आंकड़ा 4,28,309 हो गया है. विश्व में संक्रमण के मामले 20.26 करोड़ से ज़्यादा हो चुके हैं, जबकि 42.93 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
सीआईसी के आदेश के अनुपालन में एक पत्र में सरकार की ओर से लिखा गया है कि कोविड-19 के मद्देनज़र ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) सचिव की अध्यक्षता में ऐसी कोई समिति गठित नहीं की गई थी. इस पर आरटीआई के तहत जानकारी मांगने वाले कार्यकर्ता ने कहा है कि जब ऐसी कोई समिति अस्तित्व में ही नहीं थी फ़िर सरकार ने सीआईसी के समक्ष उस समिति के रिकॉर्ड को
अमेरिकी दवा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन का टीका भारत में कोविड-19 के ख़िलाफ़ इस्तेमाल होने वाली पांचवीं वैक्सीन है. कंपनी ने अपने टीके के आपात इस्तेमाल अधिकार के लिए छह अगस्त को आवेदन दिया था और भारत के औषधि महानियंत्रक ने उसी दिन उसे मंज़ूरी दे दी.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 3,19,34,455 हो गए हैं और जान गंवाने वालों का आंकड़ा 4,27,862 हो गया है. विश्व में संक्रमण के मामले 20.22 करोड़ से ज़्यादा हो चुके हैं, जबकि 42.86 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.