वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बीच असम-मेघालय ने बढ़ाए पेट्रोल-डीजल के दाम

असम के वित्त मंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा कि हमें हर महीने रॉयल्टी से 166 करोड़ रुपये की प्राप्ति होती रही है लेकिन अब यह राशि 50 करोड़ रुपये रह जाने का अनुमान है, इसलिये ईंधन के दाम बढ़ाकर हम अपने राजस्व को बचाए रखने का प्रयास कर रहे हैं.

ऐतिहासिक गिरावट के साथ अमेरिकी कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल शून्य से नीचे पहुंची

न्यूयॉर्क में कच्चे तेल की कीमत शून्य से भी नीचे जाकर प्रति बैरल माइनस 40.32 डॉलर पर पहुंच गई है. इससे पहले द्वितीय विश्व युद्ध के समये कच्चे तेल की कीमतें न्यूनतम स्तर पर गई थीं.

डॉलर के मुकाबले रुपया पहुंचा 75 के करीब, अब तक की सबसे बड़ी गिरावट

शुरुआती कारोबार में रुपया 24 पैसे गिरकर 74.45 के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया है. वहीं सेंसेक्स 1,030 अंक गिरकर 34,000 अंक के स्तर से नीचे चला गया.

कच्चे तेल और रुपये की चिंता में बाज़ार बेहाल, निवेशकों के पांच लाख करोड़ रुपये डूबे

गुरुवार को सेंसेक्स 806 अंक टूटकर 35,200 अंक से नीचे आ गया. यह इसका तीन महीने का निचला स्तर है. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 259 अंक के नुक़सान से 10,600 अंक से नीचे आ गया.

सरकार ने पिछले चार साल में तेल के ज़रिये आपका ‘तेल’ निकाल दिया है

यूपीए ने 2005-06 से 2013-14 के बीच जितना पेट्रोल-डीज़ल की एक्साइज़ ड्यूटी से नहीं वसूला उससे करीब तीन लाख करोड़ रुपये ज़्यादा उत्पाद शुल्क एनडीए ने चार साल में वसूला है.