मामला पंजाब के संगरूर जिले का है. पीड़ित ने बयान में कहा था कि चार लोगों ने उसकी पिटाई की और खंभे से बांध दिया. जब उसने पानी मांगा तो उसे पेशाब पीने को मजबूर किया गया.
पाटण ज़िले के दूधका गांव के दलितों को पैसा जमा करने के बाद भी लगभग तीन साल से ज़मीन आवंटित नहीं की गई है. निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने वणकर की आत्महत्या को ‘सरकारी हत्या’ क़रार दिया है.