अनेक ‘शुभचिंतक’ दलों के बावजूद भेदभावों के ख़िलाफ़ दलितों की लड़ाई अभी लंबी ही है. ये ‘शुभचिंतक’ दल दलितों के वोट तो पाना चाहते हैं लेकिन उन पर हो रहे अत्याचारों के लिए जोखिम उठाने को तैयार नहीं हैं.
स्थानीय मीडिया के मुताबिक आरोपी पिछले महीने पीड़ित महिला के रिश्तेदार द्वारा अपने नाम में 'सिंह' जोड़ने को लेकर दर्ज करवाई गई शिकायत से नाराज़ थे.
गुजरात में बीते एक हफ्ते में मूंछ रखने को लेकर दलितों के साथ हिंसा के तीन मामले सामने आये हैं.