शव की पहचान जवान चंद्रशेखर हर्बोला के रूप में हुई है. वर्ष 1984 में जब भारत-पाकिस्तान के बीच दुनिया की सबसे ऊंची रणभूमि सियाचिन में टकराव हुआ था, तब ऑपरेशन मेघदूत के तहत क्षेत्र में गश्त के लिए 20 सैनिकों को भेजा गया था. इस दौरान सभी सैनिक तूफान की चपेट में आ गए. 15 जवानों के शव बरामद कर लिए गए थे, लेकिन हर्बोला समेत पांच सैनिकों के शव नहीं मिल पाए थे.
बिहार के बेगूसराय ज़िले का मामला. ज़िले के लाखो थाना क्षेत्र के निपनिया गांव में बीते 27 जुलाई को एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था, जिसे पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल ले जाते समय रस्सी से खींचे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था.
मामला कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के गृह ज़िले बल्लारी का है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में पीपीई किट पहने स्वास्थ्यकर्मी एक-एक कर आठ शवों को एक ही गड्ढे में फेंकते नज़र आ रहे हैं.
घटना फरीदाबाद के बीके अस्पताल की है, जहां एक विवाद में मारे गए युवक का शव अस्पताल की मोर्चरी से गायब हो गया था. परिजनों द्वारा पूछताछ के बाद सामने आया कि अस्पताल प्रशासन ने इसे कोरोना संक्रमित लावारिस शव समझकर अंतिम संस्कार कर दिया. मामले में एफआईआर दर्ज की गई है.