सोशल मीडिया पर वायरल 40 सेकेंड के वीडियो में वॉइसओवर के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि आईपीएस अधिकारी नौकरानी के भेस में भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती के घर गईं और उन्हें एक ठेकेदार से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ने के बाद गिरफ़्तार कर लिया. पुलिस ने इसे फ़र्ज़ी बताया है.
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सरकार वॉट्सऐप पर फैलाए जा रहे विभिन्न नेताओं के कई डीपफेक वीडियो और ग़लत जानकारी का हवाला देते हुए आईटी नियम, 2021 के तहत मैसेजिंग कंपनी को एक आदेश भेजने की प्रक्रिया में है, जहां वॉट्सऐप को किसी मैसेज को लेकर इसे सबसे पहले भेजने वाले (originator) का विवरण देना होगा.