शिक्षा-प्रौद्योगिकी कंपनी अनएकेडमी के एक प्रवक्ता ने कहा कि कई तरह के आकलन के निष्कर्ष के आधार पर कर्मचारियों, अनुबंधित कर्मियों और शिक्षकों का फिर से मूल्यांकन किया गया. इसके आधार पर कुछ कर्मचारियों की छंटनी की गई है.
शिक्षा से संबंधित प्लेटफॉर्म अनएकेडेमी के एक शिक्षक एक वायरल वीडियो में आदिवासी समुदाय के लोगों को लेकर नस्लीय टिप्पणी करते नज़र आए. टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज की एक छात्रा द्वारा इस वीडियो को ट्वीट करने पर इसकी चौतरफा आलोचना हुई, जिसके बाद इसे अनएकेडेमी के पेज से हटा दिया गया.