बेंगलुरू में लोगों ने सरकारी अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री को भी ईमेल के ज़रिये शिकायतें भेजी थीं, जिसके बाद कर्नाटक परिवहन विभाग ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में यात्रियों से अतिरिक्त किराया वसूलने वाली कंपनियों और ड्राइवरों की पहचान के लिए अभियान चलाया.