अभिनेता आर. माधवन पुणे स्थित फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) में फिल्म निर्माता शेखर कपूर का स्थान लेंगे, जिनका एफटीआईआई अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल इस साल मार्च में समाप्त हो गया था. माधवन को संस्थान के गवर्निंग काउंसिल का अध्यक्ष भी नामित किया गया है.
पुणे स्थित भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान में फिल्म डिप्लोमा पाठ्यक्रम में न्यूनतम उपस्थिति दर्ज नहीं करा पाने के चलते एक छात्र को संस्थान द्वारा फेल कर दिया गया था. साथ ही राजस्थान के दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले छात्र का कहना है कि इलाज का मेडिकल दस्तावेज़ देने के बाद भी उन्हें निष्कसित कर दिया गया.
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मुंबई की फिल्म निर्माता पायल कपाड़िया ने 2015 में भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) के अध्यक्ष के रूप में गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के ख़िलाफ़ चार महीने तक चले विरोध प्रदर्शन की अगुवाई की थी. यह प्रदर्शन एफटीआईआई में सबसे लंबे चले प्रदर्शनों में से एक था. पुणे पुलिस ने पायल कपाड़िया और 34 अन्य छात्रों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज भी की थी. उनकी छात्रवृत्ति ग्रांट में भी कटौती कर दी गई थी.
मानवाधिकारों से जुड़े समूह पीपुल्स कमीशन ऑन श्रिंकिंग डेमोक्रेटिक स्पेस ने देश में शिक्षा व्यवस्था का हाल जानने के लिए 17 राज्यों में 50 शैक्षणिक संस्थानों के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों से बात कर रिपोर्ट जारी की है.
अभिनेता अनुपम खेर को साल 2017 में पूर्व चेयरमैन गजेंद्र चौहान को लेकर चले लंबे विवाद के बाद एफटीआईआई का नया चेयरमैन चुना गया था.
पत्र में उठाए सवाल, फिल्म प्रशिक्षण के लिए बना एफटीआईआई अब धन अर्जित करने के लिए छोटे छोटे अनुपयोगी क्रैश कोर्स करा रहा है.
एफटीआईआई के छात्रों ने अनुपम खेर की नियुक्ति पर उठाए सवाल, बताया हितों के टकराव का मामला.
साल 2015 में बढ़ती असहिष्णुता और एफटीआईआई अध्यक्ष के रूप में गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के विरोध में राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाने वाले 24 निर्देशकों में से कुंदन शाह भी एक थे.
2015 में एफटीआईआई के अध्यक्ष पद पर गजेंद्र चौहान की नियुक्ति को लेकर काफ़ी विवाद हुआ था.