नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक द्वारा गुजरात विधानसभा में रखी गई एक ऑडिट रिपोर्ट में कहा गया है कि इसरो ने 2014 और 2017 में अपने अध्ययन में 12 वन्यजीव गलियारों की पहचान की थी और इसे संभावित गलियारों में आवास सुधार की सिफ़ारिश के साथ वन विभाग के साथ साझा किया था, लेकिन उसने अध्ययन के निष्कर्षों का संज्ञान नहीं लिया.
मामला जूनागढ़ के गिर जंगल का है, जहां आठ नवंबर को देवलिया रेंज के एक गांव में एक अवैध कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें गाय को शेर के सामने चारे के रूप में बांधा गया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें शेर को खंबे से बंधी गाय को मारकर खाते देखा जा सकता है.