तमाम संसाधनों, समर्थक मीडिया और एकपक्षीय माहौल के बावजूद अगर महाराष्ट्र और हरियाणा चुनावों में इस तरह के नतीजे आए हैं तो इससे एक बार फिर यह बात साबित हुई है कि चुनाव केवल मैनेजमेंट और पैसे के बल पर नहीं जीता जा सकता है.
वीडियो: हरियाणा में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. द वायर के गौरव विवेक भटनागर बता रहे हैं कि साल 2016 में हुए जाट आरक्षण आंदोलन का इस चुनाव में क्या असर होगा.
भाजपा ने अपने घोषणा पत्र को ‘संकल्प पत्र’ बताते हुए वादा किया कि सत्ता में आने पर अनुसूचित जाति समुदाय से आने वाले लोगों को बिना गारंटी के तीन लाख रुपये तक का कर्ज दिया जाएगा.