इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मध्यकालीन और प्राचीन इतिहास विभाग में सहायक प्रोफेसर विक्रम हरिजन के ख़िलाफ़ विश्व हिंदू परिषद के एक पदाधिकारी ने केस दर्ज कराया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि विक्रम अक्सर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर हिंदू देवी-देवताओं को लेकर अपमानजनक और घृणास्पद पोस्ट लिखते रहते हैं.
भाजपा विधायक बंशीधर भगत ने 11 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ‘पटाओ’ शब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा था कि शिक्षा के लिए देवी सरस्वती, शक्ति के लिए देवी दुर्गा और धन के लिए देवी लक्ष्मी को मनाना होता है. उनके इस बयान की काफी आलोचना हुई थी.
वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद में ‘शिवलिंग’ होने के दावे पर कथित तौर पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रतन लाल को बीते दिनों गिरफ़्तार किया गया था. हालांकि, उन्हें ज़मानत मिल गई थी. लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रविकांत चंदन के ख़िलाफ़ भी ऐसी ही टिप्पणी करने के लिए बीते 10 मई को एफ़आईआर दर्ज की गई थी.
गुजरात धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम, 2003 के तहत मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटी के वडोदरा में संचालित एक शेल्टर होम के ख़िलाफ़ यह मामला दर्ज किया गया है. हालांकि, संगठन ने धर्मांतरण के आरोपों से इनकार किया है. आरोप है कि संगठन के शेल्टर होम में रह रहीं लड़कियों को ईसाई धर्म के ग्रंथों को पढ़ने और इसकी प्रार्थनाओं में भाग लेने को मजबूर किया जा रहा था.
पंजाब भाजपा के सचिव सुखपाल सिंह सरां ने टेलीविजन बहस के दौरान कृषि कानूनों की तुलना गुरु गोबिंद सिंह के ज़फ़रनामे से की थी. ज़फ़रनामा चमकौर के युद्ध के बाद गुरु गोबिंद सिंह द्वारा मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब को लिखा एक आध्यात्मिक विजय पत्र है.
कन्नड़ पुस्तक ‘रामा मंदिरा येके बेड़ा’ किताब को लेकर लेखक केएस भगवान से कहा गया है कि या तो वो माफी मांगें वरना उनकी हत्या कर दी जाएगी.