भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में 89,706 नए मामले सामने आने के बाद कुल मामले बढ़कर 4,370,128 हो गए और मृतक संख्या 73,890 हो गई है. वहीं, विश्व में कुल मामले 2.75 करोड़ से ज़्यादा हो चुके हैं और मरने वालों की संख्या नौ लाख के क़रीब पहुंच गई है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में 75,809 नए मामले सामने आने के बाद कुल मामले बढ़कर मंगलवार को 4,280,422 हो गए. विश्व में अब तक संक्रमण के 2.73 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं और 8.93 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है.
एक ही व्यक्ति में दोबारा कोरोना संक्रमण होने पर जहां स्वास्थ्य विशेषज्ञ गहरी चिंता जता रहे हैं, वहीं गुजरात सरकार यह दलील देकर पल्ला झाड़ रही है कि उनके द्वारा कराए गए एंटीबॉडी सर्वे में इन लोगों में एंटीबॉडी नहीं पाया गया था.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 42 लाख के पार हो गए हैं, जबकि मृतक संख्या 71,642 है. दुनियाभर में 2.71 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और 8.83 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
भारत में कोरोना संक्रमण से अब तक 69,561 लोगों की मौत हुई है. यह लगातार पांचवां दिन है, जब 24 घंटे में एक हज़ार से अधिक की मौत हुई है. भारत और दूसरे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्राज़ील में संक्रमण के कुल मामलों का अंतर अब सिर्फ़ 9,189 रह गया है. वहीं, विश्व में अब तक 2.68 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज हुए हैं और 8.79 लाख से अधिक की मौत हो चुकी है.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने अपनी कोविड-19 जांच रणनीति की समीक्षा कर नया परामर्श जारी किया है. परिषद ने इस बात पर ज़ोर दिया कि कोविड जांच नहीं होने के आधार पर आपात सेवा में देरी नहीं की जानी चाहिए और गर्भवती महिला को जांच की सुविधा नहीं होने के आधार पर रेफर नहीं किया जाना चाहिए.
डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने एक सम्मेलन में कहा कि कोविड-19 वैक्सीन को दुनियाभर में न्यायसंगत तरीके से बांटना चुनौतीपूर्ण होगा. यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी देशों में समान वितरण हो, न कि किसी अमीर देश के पास ही अधिकाधिक वैक्सीन पहुंच जाएं.
आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि ग़ैर-ज़िम्मेदार और कम जागरूक लोगों द्वारा कोविड-19 के मद्देनज़र बनाए गए नियमों का पालन न करने से देश में महामारी बढ़ रही है.
सीरो-सर्वेक्षण अध्ययनों में लोगों के ब्लड सीरम की जांच करके किसी आबादी या समुदाय में ऐसे लोगों की पहचान की जाती है, जिनमें किसी संक्रामक रोग के ख़िलाफ़ एंटीबॉडी विकसित हो जाती हैं. राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र ने दिल्ली सरकार के सहयोग से 27 जून से 10 जुलाई तक के बीच सीरो-प्रीवलेंस अध्ययन किया.
एम्स की एथिक्स कमेटी ने स्वदेशी तौर पर विकसित टीके ‘कोवैक्सीन’ के मानव परीक्षण की अनुमति दी है. इसके लिए 20 जुलाई से रजिस्ट्रेशन शुरू किया जाएगा.
कोर्ट ने कहा कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मौजूदा हालात को देखते हुए ज़रूरी शर्तों या प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए आईसीएमआर द्वारा दिया गया एक महीने का समय बहुत लंबा है.
गृह मामलों की स्थायी समिति के सदस्यों ने दवाइयों की कालाबाज़ारी पर चिंता प्रकट की है और कहा कि कोविड-19 इलाज के लिए सस्ती दवाओं का प्रचार किया जाए.
शुक्रवार को संसद में वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश की अध्यक्षता वाले पैनल की बैठक में वैज्ञानिकों ने बताया कि कोविड-19 की वैक्सीन विकसित करने में भारत की अहम भूमिका रहेगी, पर अगले साल से पहले इसके बनने की संभावना बहुत कम है.
डॉ. गगनदीप कांग पहली भारतीय महिला हैं, जिन्हें रॉयल सोसायटी लंदन का फेलो बनाया गया. उनका इस्तीफा ऐसे समय में आया है, जब दो महीने पहले ही उनके नेतृत्व में कोरोना वायरस वैक्सीन पर काम कर रही समिति को भंग कर दिया गया था.
आईसीएमआर ने कहा है कि कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने और लोगों की जान बचाने का एकमात्र तरीका है कि हम जांच करें, संक्रमण के कारण पता करें और फिर इलाज करें. देश में 23 जून तक 73.5 लाख से ज़्यादा नमूनों की जांच हुई है.