इलाहाबाद हाईकोर्ट परिसर में एक कार्यक्रम में शामिल हुए भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी रमना ने कहा कि साल 1975 में वह जस्टिस जगमोहन लाल सिन्हा थे, जिन्होंने ऐसा आदेश पारित किया, जिसमें इंदिरा गांधी को अयोग्य क़रार दिया गया. इस निर्णय ने देश को हिलाकर रख दिया था.
शंघाई सहयोग संगठन के मुख्य न्यायाधीशों और जजों को संबोधित करते हुए जस्टिस गोगोई ने कहा कि लोकप्रियतावादी ताकतें जजों को इस तौर पर पेश कर रही हैं जैसे कि गैर निर्वाचित जज चुनी हुई बहुमत की सरकार के फैसले को पलट रहे हैं.