भारतीय मुक्केबाज़ निकहत ज़रीन ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए बीते गुरुवार को इस्तांबुल में विश्व मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप में थाईलैंड की जितपोंग जुटामस को 5-0 से हराकर फ्लाइवेट (52 किग्रा) वर्ग में स्वर्ण पदक जीता है. इस जीत के साथ 2019 एशियाई चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता ज़रीन विश्व चैंपियन बनने वाली पांचवीं भारतीय महिला मुक्केबाज़ बन चुकी हैं.
भारतीय हॉकी टीम 1980 मास्को ओलंपिक में आख़िरी पदक जीता था. भारतीय टीम ओलंपिक में अब तक आठ स्वर्ण पदक जीत चुकी है. टोक्यो ओलंपिक खेलों में यह भारत का पांचवां पदक होगा. इससे पहले भारोत्तोलन में मीराबाई चानू ने रजत, जबकि बैडमिंटन में पीवी सिंधु और मुक्केबाजी में लवलीना बोरगोहेन ने कांस्य पदक जीता है. इसके अलावा कुश्ती में रवि दहिया ने फाइनल में पहुंचकर पदक पक्का कर लिया है.
मैरीकॉम ने 10वीं महिला विश्व मुक्केबाज़ी चैम्पियनशिप के फाइनल में यूक्रेन की युवा हाना ओखोटा को 5-0 से हराया. इस जीत के साथ उन्होंने क्यूबा के पुरुष मुक्केबाज़ फेलिक्स सेवोन की बराबरी कर ली जो विश्व चैम्पियनशिप में छह ख़िताब जीत चुके हैं.