रूस की एक निजी सेना में काम करने को मजबूर किए गए चार भारतीय नागरिक, जिनमें से एक तेलंगाना और तीन कर्नाटक के हैं, शुक्रवार को भारत लौट आए. उनके अनुसार, कम से कम 60 भारतीय युवाओं को उनकी तरह नौकरी का झांसा देकर रूसी सेना में शामिल किया गया था, जो अब भी वही हैं.
यूक्रेन के ख़िलाफ़ युद्ध में रूसी सेना में शामिल भारतीय नागरिक उर्गेन तमांग ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि उनके ग्रुप के 15 में से 13 लोगों की मौत हो चुकी है. इससे पहले, उन्होंने मार्च में एक अन्य वीडियो में कहा था कि उन्हें हथियार प्रशिक्षण देकर जबरन युद्ध क्षेत्र में भेज दिया गया है.