न्यूज़ ब्रॉडकास्टिंग अथॉरिटी ने टाइम्स नाउ नवभारत, न्यूज़18, आज तक को तीन शो हटाने को कहा

न्यूज़ ब्रॉडकास्टिंग एंड डिजिटल स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ने टाइम्स नाउ नवभारत को 1 लाख रुपये व न्यूज़18 इंडिया को 50,000 रुपये जुर्माना भरने का आदेश दिया है और आजतक को चेतावनी दी है. इन कार्यक्रमों की एंकरिंग सुधीर चौधरी, अमीश देवगन, अमन चोपड़ा और हिमांशु दीक्षित ने की थी.

उत्तराखंड: 2018 के बाद राज्य में हुए अंतरधार्मिक विवाहों की जांच करेगी पुलिस

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड धार्मिक स्वतंत्रता (संशोधन) अधिनियम, 2022 को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड पुलिस ने निर्णय लिया है कि वह 2018 में क़ानून के लागू होने से अब तक हुए अंतरधार्मिक विवाहों की जांच करके पता लगाएगी कि कहीं कोई उल्लंघन तो नहीं हुआ.

क्या ‘भगवा लव ट्रैप’ के नाम पर हो रहा है मुस्लिम युवतियों का उत्पीड़न?

वीडियो: देश में एक नया चलन देखने को मिल रहा है. हाल ही में ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिसमें कुछ ​मुस्लिम युवक समुदाय की युवतियों के ग़ैर-मुस्लिम युवकों के साथ घूमने या नज़र आने के लिए प्रताड़ित कर रहे हैं. बीते मई के महीने में ऐसी पांच घटनाएं देखने को मिली हैं.

महाराष्ट्र: सरकारी समिति ने खोली भाजपा नेता के ‘लव जिहाद’ के दावों की पोल

वीडियो: बीते दिनों महाराष्ट्र के महिला और बाल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने विधानसभा में कहा था कि राज्य में 'लव जिहाद' के एक लाख से ज़्यादा केस हैं. अब सरकार द्वारा गठित समिति ने कहा है कि उनके सामने कथित 'लव जिहाद' का एक भी मामला नहीं आया है.

महाराष्ट्र: सरकार के अंतरधार्मिक विवाह संबंधी प्रस्ताव की वापसी के लिए विपक्ष ने समिति गठित की

दिसंबर 2022 में एकनाथ शिंदे सरकार ने एक प्रस्ताव में राज्य स्तर पर 'अंतरधार्मिक विवाह- परिवार समन्वय समिति' के गठन की बात कही थी. इस विवादास्पद प्रस्ताव को वापस लेने के लिए राज्य सरकार पर दबाव डालने हेतु राज्य के विपक्षी दलों ने एक कार्य समूह (वर्किंग ग्रुप) बनाने का फैसला किया है.

सरकारें अंतरधार्मिक रिश्तों के प्रति चिंतित, ताकि ‘लव जिहाद’ के दुष्प्रचार को ज़िंदा रख सकें

लड़कियां अपनी मर्ज़ी से जीना चाहती हैं. अपनी मर्ज़ी से रिश्ते बनाना चाहती हैं. इसके लिए उन्हें भागना न पड़े अपने लोगों से, ऐसा समाज बनाने की ज़रूरत है. जब तक वह न बने, तब तक इन औरतों को अगर बचाया जाना है तो उनके परिवारों से, बाबू बजरंगी जैसे गुंडों से और बजरंग दल जैसे हिंसक संगठनों से. लेकिन अब इस सूची में जोड़ना पड़ेगा कि उन्हें राज्य से भी बचाने की ज़रूरत है.