सिविल अदालत के फैसले से इस बात की पुष्टि हो गई कि द वायर द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट जनहित में की गई अभिव्यक्ति की आज़ादी के तहत न्यायसंगत है.
मीडिया बोल की 19वीं कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह द्वारा द वायर के ख़िलाफ़ मानहानि के दावे को लेकर रवीश कुमार और द वायर के संस्थापक संपादक एमके वेणु से चर्चा कर रहे हैं.
सरकार न सिर्फ़ शाह का गवाह बनकर कूद पड़ी, बल्कि न्यायिक मदद का पूर्वानुमान लगाते हुए स्टोरी छपने के पहले ही इसके लिए एडिशनल साॅलिसिटर जनरल को इजाज़त भी दे दी.
इंडिया टुडे समूह के कार्यक्रम में अमित शाह ने उनके बेटे की कंपनी को लोन मिलने की बात अस्वीकार की, लेकिन जय शाह द्वारा दाख़िल किए गए दस्तावेज़ इसके उलट हैं.
अमित शाह ने कहा,‘कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे. क्या उन्होंने कभी कोई आपराधिक मानहानि या 100 करोड़ रुपये का दीवानी मानहानि का मुकदमा दायर किया.’
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह पर लग रहे आरोपों पर पहली बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से आया बयान.
मौजूदा सरकार की नीतियों, वादों और कामों पर सवाल करना पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है.
16 अक्टूबर तक टली सुनवाई, जय शाह ने सोमवार को अहमदाबाद मेट्रोपॉलिटन अदालत में आपराधिक मानहानि का मामला दायर किया था.
वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने कहा, 'पार्टी ने इस प्रकरण के बाद अपना नैतिक आधार खो दिया है.'
आपके हाथ की लकीरों में ही भारत की क़िस्मत की लकीर है. और जिस दिन भारत की क़िस्मत चमक गई, उस दिन हम सब भारतीयों की क़िस्मत एक साथ चमक जाएगी.
हम भी भारत की चौथी कड़ी में आरफ़ा ख़ानम शेरवानी द वायर में जय अमित शाह की कंपनी से जुड़ी रिपोर्ट लिखने वाली पत्रकार रोहिणी सिंह, कॉमन कॉज़ संस्था के विपुल मुद्गल और द वायर के संस्थापक संपादक एमके वेणु के साथ चर्चा कर रही हैं.
पत्रकार रोहिणी सिंह द्वारा जय अमित शाह को भेजे गए सवालों पर उनके वकील मानिक डोगरा का जवाब.
‘द वायर’ में प्रकाशित रोहिणी सिंह की रिपोर्ट पर जय अमित शाह का जवाब.