एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आरएसएस के अधिकारियों ने ऐसी किसी भी मुलाकात से इनकार किया तो वहीं विश्वस्त सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की कि पूर्व सीजेआई एसए बोबडे और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बीच मुलाकात हुई है.
उत्तर प्रदेश में भाजपा की जीत की व्याख्या आरएसएस ने गोरक्षा और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण जैसे अपने पुराने वैचारिक मुद्दों को उठाने के लिए मिली हरी झंडी के तौर पर की है.