पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की अगुवाई वाली सीपीएन-यूएमएल द्वारा प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' की सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद उन्हें विश्वास मत का सामना करना पड़ा था. 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में केवल 63 सदस्यों ने प्रचंड के प्रति समर्थन जताया.
पिछले माह हुए आम चुनावों में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत न मिल पाने के कारण देश में जारी अनिश्चितता के वातावरण के बीच सीपीएन (माओवादी सेंटर) के अध्यक्ष 68 वर्षीय पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है. तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बने प्रचंड को चीन का समर्थक माना जाता है.