सरकार द्वारा वापस लिए जा रहे अधिकांश मामले धार्मिक, सामाजिक या पारिवारिक आयोजनों के दौरान कोविड-19 लॉकडाउन के उल्लंघन के साथ-साथ रात के दौरान दुकानें खोलने या सड़कों पर घूमने से संबंधित हैं.
पटना हाईकोर्ट ने ने बिहार सरकार को लॉकडाउन उल्लंघन के नाम पर पुलिस की कथित बर्बरता को तुरंत रोकने का निर्देश दिया. अदालत ने पुलिस द्वारा की गई कथित ज़्यादती पर चिंता जताने के साथ ही संबंधित अधिकारियों को इसकी जांच करने का निर्देश दिया है.
उत्तर प्रदेश के महराजगंज ज़िले की नौतनवां सीट से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी अपने 11 समर्थकों के साथ बद्रीनाथ मंदिर जा रहे थे. आरोप है कि उन्होंने एक फ़र्ज़ी पत्र के आधार पर यात्रा पास बनवाया था और गौचर क्षेत्र में रोके जाने पर पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया.
सब्ज़ी विक्रेता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने के लिए उनकी पिटाई की थी. पुलिस ने बताया कि मौत की वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगी. उन्होंने परिजनों से पुलिस ज़्यादती का सबूत देने को कहा है.