उत्तर प्रदेश में साल 2020-21 में ग़ैर-क़ानूनी धर्मांतरण के ख़िलाफ़ विवादास्पद क़ानून आने के बाद सामूहिक धर्मांतरण को लेकर सज़ा का यह पहला बड़ा मामला है.
कथित ‘सबसे बड़े धर्मांतरण सिंडिकेट’ चलाने के आरोप में यूपी एटीएस ने इस्लामिक विद्वान मौलाना कलीम सिद्दीक़ी को बीते 21 सितंबर को मेरठ से गिरफ़्तार किया था. सिद्दीक़ी के वकील ने कहा है कि पुलिस साक्ष्य के रूप में उनके यूट्यूब चैनल को पेश कर रही है, जो कि पहले से ही सार्वजनिक है और उसमें कुछ भी आपराधिक या देश के ख़िलाफ़ नहीं है.