सीरिया: ‘असद का शासन खत्म’, इस्लामिक चरमपंथी विद्रोहियों ने आज़ादी की घोषणा की

रविवार (8 दिसंबर) की सुबह सेना के उच्च अधिकारियों को यह सूचना दी गई कि राष्ट्रपति बशर अल-असद के 24 साल लंबे शासन का अंत हो गया है. यह खबर विद्रोही ताकतों के उस भीषण हमले के बाद आई, जिसने पूरे विश्व को चौंका दिया है.

क्या साहित्य सियासत से पंजे लड़ा सकता है?

नासिरा शर्मा ने कई फ़िलिस्तीनी रचनाकारों का अनुवाद किया है. उनकी हालिया किताब, फ़िलिस्तीन: एक नया कर्बला, में उनके अनुवादों के साथ इस विषय पर राजनीतिक निबंध भी शामिल हैं. वे इस लेख में अनुवाद प्रक्रिया से जुड़े अपने अनुभव साझा कर रही हैं. उनके अनुसार ये रचनाएं समय की छाती पर लिखी इबारतें हैं जो हथियारों के सामने तनकर खड़ी हैं.

अपने ही देश से खदेड़े जा रहे फ़िलिस्तीनी

पुस्तक अंश: 'फ़िलिस्तीन के लोगों के व्यवहार से लगता है कि उन्हें लोगों से मुहब्बत करना आता है. मैंने देखा कि कितनी छोटी-छोटी चीज़ों का वे ध्यान रखते थे. पूरे मिडिल-ईस्ट में बहुत मुहब्बत है, और बेपनाह मुहब्बत है हिंदुस्तान के लिए.'