योगी आदित्यनाथ सरकार का नजूल संपत्ति विधेयक विधानसभा से पारित होने के बाद विधान परिषद में तब अटक गया जब इसे समीक्षा के लिए प्रवर समिति के पास भेज दिया गया. इसकी मांग सबसे पहले यूपी भाजपा प्रमुख और एमएलसी भूपेंद्र चौधरी ने की, जिसका समर्थन उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किया.
केंद्र और राज्य सरकार के एक संयुक्त जांच दल ने पाया कि सुंदरलाल अस्पताल में ऐसी इंडस्ट्रियल गैस का इस्तेमाल किया गया जिसे दवा के रूप में मंज़ूरी नहीं थी.