असम विधानसभा ने ब्रिटिश काल से चली आ रही उस प्रथा को ख़त्म कर दिया, जिसके तहत मुस्लिम नेता शुक्रवार को नमाज़ अदा कर सकते थे. मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा कि यह निर्णय विधानसभा की उत्पादकता को बढ़ाने के उद्देश्य से लिया गया है.
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर ज़िले के एक गांव का मामला. ज़िले की डुमरियागंज सीट से सपा विधायक सैयदा ख़ातून ने बताया कि उन्हें बलवा गांव स्थित समया माता मंदिर प्रशासन द्वारा एक कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था. उन्होंने कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती हैं. कुछ तत्व लोगों के एक समूह को गुमराह कर रहे हैं.