मौजूदा लोकसभा में कुल मुस्लिम सांसदों की संख्या में पांच प्रतिशत से भी कम है. 2024 के आम चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनी भाजपा में फिलहाल मुस्लिम समुदाय से कोई संसदीय प्रतिनिधि नहीं है. वहीं कांग्रेस के मुस्लिम सांसदों की हिस्सेदारी में इज़ाफ़ा हुआ है.