उत्तराखंड में संविधान और संविधान की शपथ निरर्थक हो गई है

उत्तराखंड में किस मज़हब के लोग कहां व्यवसाय करें, इसका फैसला संविधान या क़ानून नहीं बल्कि कट्टरपंथी करेंगे! नफ़रत के बीज बोने वाले जिन लोगों को जेल की सलाखों के पीछे होना चाहिए वे युगपुरुष बनकर क़ानून को ठेंगा दिखा रहे हैं और संविधान की शपथ लेने वाले उनके आगे दंडवत हैं.

उत्तराखंड: पुरोला में महापंचायत स्थगित होने के बाद व्यापारी बोले- मीडिया ने गुमराह किया

वीडियो: उत्तराखंड के पुरोला में दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा प्रस्तावित 'महापंचायत' स्थगित होने के अगले दिन स्थानीय बाज़ार खुले दिखे. द वायर से बातचीत में दुकानदारों ने कहा कि क्षेत्र ने हिंदू-मुस्लिम समुदायों में विद्वेष पहले देखने को नहीं मिला और अब मीडिया के माध्यम से कुछ लोगों ने ऐसे जताया कि यहां कुछ ग़लत हो रहा है.

‘लव जिहाद’ के नाम पर इस्लाम को बदनाम किया जा रहा है: मौलाना महमूद मदनी

वीडियो: उत्तराखंड के पुरोला में सांप्रदायिक तनाव के बीच जमीयत उलेमा हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद असद मदनी ने गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखते हुए मुस्लिमों को खुली धमकी और पलायन की ख़बरों पर चिंता ज़ाहिर की थी. उनसे द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.

‘दुकानें ख़ाली करो या ख़ामियाज़ा भुगतो’; उत्तराखंड में ख़ौफ़ तले मुस्लिम दुकानदार

वीडियो: पिछले महीने मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति सहित दो युवकों द्वारा एक लड़की के कथित अपहरण के प्रयास के बाद से उत्तराखंड के उत्तरकाशी शहर में तनाव व्याप्त है. तनाव के बीच पुरोला बाज़ार में कुछ पोस्टर लगाए थे, जिसमें मुस्लिम व्यापारियों से 15 जून से पहले दुकानें ख़ाली करने को कहा गया है.

क्यों शांत रहने वाले उत्तराखंड को सांप्रदायिकता की आग में झोंका जा रहा है

2021 में होने वाली जनगणना अब तक नहीं हुई मगर उत्तराखंड में धर्म विशेष के लोगों की आबादी बढ़ने के फ़र्ज़ी आंकड़े सरेआम प्रचारित हो रहे हैं. उधर, राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट की फटकार की परवाह न करते हुए कभी धर्मांतरण क़ानून, कभी समान नागरिक संहिता, तो कभी 'लैंड जिहाद' के नाम पर सांप्रदायिक तत्वों को हवा दे रही है. 

उत्तराखंड: मुस्लिम व्यापारियों को दुकानें खाली करने की धमकी देने वाले पोस्टर लगे

पिछले महीने मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति सहित दो युवकों द्वारा एक लड़की के कथित अपहरण के प्रयास के बाद से उत्तराखंड के उत्तरकाशी शहर में तनाव व्याप्त है. तनाव के बीच पुरोला बाज़ार में कुछ पोस्टर लगाए थे, जिसमें मुस्लिम व्यापारियों से 15 जून को होने वाली महापंचायत से पहले दुकानें खाली करने को कहा गया है.

कर्नाटक: हिजाब और हलाल मांस पर विवाद के बाद मस्ज़िदों में लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध की मांग

कर्नाटक में हिजाब और ‘हलाल’ मांस विरोधी अभियान के बाद बजरंग दल और श्रीराम सेना के नेतृत्व वाले दक्षिणपंथी संगठनों ने अब मस्ज़िदों में लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. श्रीराम सेना के संयोजक प्रमोद मुतालिक ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगाया जाए और ध्वनि प्रदूषण के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन किया जाए.

कर्नाटक: हलाल मीट विरोधी प्रदर्शनों का मंत्री ने किया समर्थन, नए नियम से मीट कारोबारियों में डर

कर्नाटक के पशुपालन एवं पशु चिकित्सा सेवा के सहायक निदेशक की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि बूचड़खानों के लिए लाइसेंस जारी किए जाने की शिकायतें मिलीं हैं. अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जानवरों को मारने से पहले उन्हें बेहोश करने की प्रक्रिया का पालन हो. मीट कारोबारियों को डर है कि आदेश का इस्तेमाल उन्हें परेशान करने के लिए हो सकता है.

कर्नाटकः हलाल मीट को लेकर विवाद शुरू, हिंदुत्ववादी कार्यकर्ताओं ने मुस्लिम विक्रेता को पीटा

कर्नाटक में हिजाब विवाद के बाद अब हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा हलाल मीट बेचने वाले मुस्लिम विक्रेताओं के बहिष्कार का मसला विवादों में है. इसी हफ्ते भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि ने हलाल मीट को 'आर्थिक जिहाद' बताया था, वहीं मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा था कि सरकार हलाल मीट के ख़िलाफ़ लोगों की आपत्तियों पर विचार करेगी.

कर्नाटक में सांप्रदायिक प्रतिरोध की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए: किरण मजूमदार शॉ

कर्नाटक में बढ़ रही सांप्रदायिक घटनाओं जैसे- हिजाब मुद्दा, हिंदू धर्म स्थलों पर मुसलमानों को व्यवसाय न करने देना या हलाल मीट विवाद, को देखते हुए बायोकॉन कंपनी की प्रमुख किरण मजूमदार शॉ ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि वे धर्म के आधार पर विभाजन के मुद्दे का निपटारा करें. इस पर मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा है कि ऐसे मुद्दे पर सार्वजनिक मंच पर जाने से पहले हर किसी को संयम बरतना चाहिए.