आंध्र प्रदेश: जातिगत जनगणना के समर्थन में सीएम नायडू, कहा- इससे लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं

एन. चंद्रबाबू नायडू की पार्टी भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का हिस्सा है, जो जातिगत जनगणना के विरोध में रही है. अब नायडू ने कहा है कि जातिगत जनगणना से लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं और देश में आर्थिक असमानता को कम करने के लिए उस भावना का सम्मान किया जाना चाहिए.

बिहार: केसी त्यागी के जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से इस्तीफ़ा देने की वजह क्या है

नीतीश कुमार के जनता दल (यूनाइटेड) की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में वापसी के बाद भी केसी त्यागी भारतीय जनता पार्टी की नीतियों की खुलकर आलोचना कर रहे थे. माना जा रहा है कि ‘संवेदनशील मुद्दों’ पर त्यागी के बयानों ने पार्टी को गठबंधन के भीतर मुश्किल स्थिति में डाल दिया था.

संसदीय समिति में जातिगत जनगणना पर चर्चा के लिए विपक्ष की मांग को जदयू का समर्थन

अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण पर संसदीय समिति की पहली बैठक में जनता दल यूनाइटेड ने विपक्ष की इस मांग का समर्थन किया कि जातिगत जनगणना पर चर्चा की जाए. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार में जदयू भाजपा का एक प्रमुख सहयोगी दल है.

चिराग पासवान के भाजपा विरोधी सुर, कहा- मेरी पार्टी जातिगत जनगणना के पक्ष में है

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के गठन को बमुश्किल दो महीने ही बीते हैं, लेकिन इतने कम समय में ही उसे अपनी विभिन्न नीतियों पर सहयोगी दलों की असहमति से दो-चार होना पड़ रहा है. लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान इस मामले में लगातार मुखरता दिखा रहे हैं.

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एससी/एसटी आरक्षण वर्गीकरण पर कहा- आंबेडकर के संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं

1 अगस्त को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण पर भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने राज्यों को एससी और एसटी श्रेणियों के भीतर उप-वर्गीकरण करने की अनुमति दी थी ताकि इन श्रेणियों के भीतर सबसे पिछड़े समुदायों को निश्चित उप-कोटा के माध्यम से प्रतिनिधित्व मिल सके.

एनडीए के चिराग पासवान, रामदास अठावले ने एससी/एसटी उप-वर्गीकरण के फैसले का विरोध किया

सुप्रीम कोर्ट ने बीते दिनों अपने एक फैसले में कहा है कि किन्हीं समुदायों के अधिक पिछड़े लोगों को अलग कोटा देने के उद्देश्य से अनुसूचित जातियों और जनजातियों का उप-वर्गीकरण किया जा सकता है.

केंद्र के आंध्र और बिहार को विशेष पैकेज देने से सरकारी खज़ाने पर 20-30 हज़ार करोड़ का असर पड़ेगा

वित्त वर्ष 2025 के अंतरिम बजट में राज्यों की विशेष सहायता मांग के मद में 4,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था, लेकिन पूर्ण बजट में आवंटन 20,000 करोड़ रुपये कर दिया गया. आंध्र प्रदेश को इस वित्त वर्ष के लिए 15-20,000 करोड़ रुपये मिल सकते हैं. वहीं, बिहार को 5,000 से 10,000 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है.

मोदी सरकार का ‘किंगमेकरों’ के साथ का अंजाम क्या पिछले उदाहरणों से अलग रहेगा?

देश में किंगमेकरों की राजनीति का इतिहास बताता है कि आमतौर पर वह सुखांत नहीं होती क्योंकि न किंगमेकर अपनी स्थिति का लाभ उठाने में संयम बरत पाते हैं, न ही 'किंग' उनकी सारी मांगें पूरी कर पाते हैं.

79 लोकसभा सीटों पर अंतिम मतदान प्रतिशत में वृद्धि एनडीए की जीत के अंतर से अधिक है: रिपोर्ट

महाराष्ट्र स्थित संगठन वोट फॉर डेमोक्रेसी ने चुनाव प्रक्रिया में कुछ स्पष्ट खामियों की ओर इशारा करने के अलावा तीन महत्वपूर्ण दावे किए हैं, जो चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हैं.

आंध्र प्रदेश संकट में है, विशेष राज्य के दर्जे से ज़्यादा की ज़रूरत: मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू

आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने से मोदी सरकार के इनकार के बाद तेदेपा 2018 में एनडीए से बाहर हो गई थी. लेकिन 2024 लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी एनडीए में लौट आई. अब पार्टी प्रमुख और मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि राज्य को विशेष दर्जे से कहीं अधिक की ज़रूरत है.

विपक्ष ख़ुद को नाम के विपक्ष तक सीमित न रखे, आगे की लड़ाई के लिए ज़मीन पर उतरे

विपक्ष आगे की राह कैसे तय करेगा? और क्या महज बढ़ा हुआ आत्मविश्वास उसको मंजिल तक पहुंचा देगा? फिलहाल इसका ‘हां’ में जवाब मुश्किल है क्योंकि स्थितियां आगे और लड़ाई के संकेत दे रही हैं.

बिहार: जदयू ने राज्य को विशेष दर्जा देने और आर्थिक पैकेज की मांग के लिए प्रस्ताव पारित किया

बता दें कि वर्ष 2018 में आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने से मोदी सरकार के इनकार के बाद तेलुगु देशम पार्टी ने भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का साथ छोड़ दिया था.

बड़ी संख्या में विपक्षी सांसदों को निलंबित करने वाले भाजपा के ओम बिड़ला फिर लोकसभा अध्यक्ष बने

लोकसभा अध्यक्ष बनते ही ओम बिड़ला ने 1975 के आपातकाल पर एक बयान पढ़ा और इसे भारत के इतिहास का एक काला अध्याय बताया. इस पर विपक्ष की आपत्ति के बाद सदन में हंगामा हुआ और कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई.

क्या गठबंधन की सरकार में नरेंद्र मोदी संविधान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को याद रखेंगे?

पिछले दस वर्ष ऐसी अमानवीयता और क्रूरता के साक्षी रहे हैं, जिसे एक व्यक्ति द्वारा अंजाम दिया गया. नरेंद्र मोदी ने एक ऐसा देश बना दिया जहां मात्र एक ट्वीट से जेल हो सकती है, किसी कॉमेडियन को 'धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए' पीटा और जेल में डाला जा सकता है. ऐसा देश जहां लिंचिंग आम बात हो गई.

नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार ली प्रधानमंत्री पद की शपथ

शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस की ओर से पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे शामिल हुए. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि उनकी पार्टी इस समारोह का हिस्सा नहीं बनेगी.