आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) में शामिल देशों की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा के बाद 11,000 से अधिक भारतीयों ने यूनाइटेड किंगडम का पासपोर्ट हासिल किया है. ओईसीडी देशों की नागरिकता लेने वालों में भारतीयों की संख्या सबसे अधिक रही. इसके बाद मैक्सिको और सीरिया के लोग थे.
असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर का मसौदा 30 जुलाई, 2018 को प्रकाशित हुआ था, जिसमें 3.29 करोड़ लोगों में से 2.89 करोड़ लोगों के नाम ही शामिल किए गए थे. इसमें 40,70,707 व्यक्तियों के नाम नहीं थे.
राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर में शामिल नहीं किए गए 40.70 लाख लोगों में से अब तक 14.28 लाख व्यक्तियों ने ही प्राधिकारियों के यहां दावे और आपत्तियां दाख़िल की हैं. दावों और आपत्तियों की छानबीन की अंतिम तिथि 15 फरवरी, 2019 होगी.
मौजूदा व्यवस्था में आधार का सत्यापन उंगलियों के निशान व आंखों की पुतली के स्कैन के ज़रिये किया जाता है.