परीक्षाओं में गड़बड़ी और पेपर लीक के मुद्दे पर बहस के बीच सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में एनडीए की सहयोगी सुभासपा के विधायक बेदी राम भर्ती के जुगाड़ की बात कहते दिख रहे हैं. इससे पहले बेदी राम पर सात पेपर लीक मामलों में संलिप्तता का आरोप लग चुका है.
साल 2018 में शुरू हुआ ‘परीक्षा पे चर्चा’ सालाना कार्यक्रम है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोर्ड परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों के साथ बातचीत करते हैं. रिपोर्ट के अनुसार, साल 2023 में कार्यक्रम में होने वाला ख़र्च साल 2019 के 4.92 करोड़ रुपये से बढ़कर 10.04 करोड़ रुपये हुआ है.
19 जून की रात शिक्षा मंत्रालय ने इसी सप्ताह हुई यूजीसी-नेट परीक्षा को 'शुचिता से संभावित समझौते' का हवाला देते हुए रद्द कर दिया. इस परीक्षा का ज़िम्मा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) पर है, जो पहले से ही नीट-यूजी में हुई कथित अनियमितताओं को लेकर सवालों के घेरे में है.
मुरारीलाल का सपना था कि उनके परिवार में कोई डॉक्टर बने और कोई जज. उनके एक पोते ने इस साल न्यायपालिका की परीक्षा पास कर ली थी, लेकिन परिणाम आने के 4 दिन पहले उसकी असामयिक मौत हो गई. मुरलीलाल की पोती नीट में बढ़िया अंक पाकर भी कॉलेज में दाखिले को लेकर सशंकित है.