राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) में अनियमितताओं से जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को निर्देश दिया है कि वह हर परीक्षा केंद्र और शहर के हिसाब से सभी अभ्यर्थियों के अंक जारी करे.
एनटीए जिन 1,000 उम्मीदवारों के लिए दोबारा सीयूईटी-यूजी परीक्षा आयोजित कर रहा है, उनमें से 250 झारखंड के हज़ारीबाग के ओएसिस पब्लिक स्कूल से हैं, जो नीट-यूजी के कथित पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच के दायरे में है.
विपक्षी कांग्रेस ने पेपर लीक पर चर्चा की मांग करते हुए स्थगन प्रस्ताव पेश किया था, जबकि केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस से पहले चर्चा की मांग करके परंपरा को तोड़ा है.
मुट्ठी भर छात्रों की दोबारा परीक्षा को 24 लाख बच्चों के भीतर पैदा हुए संदेह का समाधान नहीं माना जा सकता. दोबारा परीक्षा कराना शायद व्यावहारिक न हो, लेकिन यही एकमात्र तरीका है कि हम इन अभ्यर्थियों को यह विश्वास दिला सकें कि देश उनकी मेहनत, लगन और ईमानदारी की इज़्ज़त करता है.
नीट-यूजी 2024 परीक्षा के परिणाम में गड़बड़ी, पेपर लीक और ग्रेस मार्क्स विवाद संबंधी एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और एनटीए को नोटिस जारी करते हुए कहा कि अगर कहीं कोई ग़लती हुई है तो एजेंसी को मान लेना चाहिए.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि नीट-यूजी का पेपर लीक होने के आरोपों को साबित करने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं है, लेकिन बिहार पुलिस की जांच पेपर लीक के संकेत देती है. परीक्षा आयोजित कराने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पर इस जांच को बाधित करने का आरोप है.
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी 2024) में कथित विसंगतियों के आरोपों के बीच परीक्षा का आयोजन करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इसकी गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष को ही जांच पैनल का प्रमुख नियुक्त किया है. इस निर्णय के बाद जांच की निष्पक्षता को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं.
नीट-यूजी परीक्षा परिणाम में विसंगतियों को लेकर दायर याचिका सुनते हुए सर्वोच्च अदालत ने फिलहाल नीट की काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार किया है. हालांकि, अदालत ने जोड़ा कि परीक्षा पर उठ रहे सवालों पर एनटीए को जवाब देना होगा.
बीते पांच मई को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) में पेपर लीक होने के आरोपों को राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने ख़ारिज कर दिया था. अब परीक्षा परिणाम आने के बाद अभ्यर्थियों ने 60 से अधिक छात्रों को पूरे अंक मिलने और आठ टॉपर के एक ही परीक्षा केंद्र से होने पर सवाल खड़े किए हैं.
बीते पांच मई को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) के बाद से गुजरात और बिहार में पेपर लीक की बात सामने आई है और आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं. हालांकि, देश भर में विभिन्न परीक्षाओं को आयोजित कराने वाली राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) पेपर लीक होने के दावों को ख़ारिज कर चुकी है.