बिहार में बिजली गिरने से 37 लोगों की मौत, अरुणाचल में भूस्खलन और बाढ़

असम और अरुणाचल प्रदेश में हालात नाज़ुक. अरुणाचल प्रदेश में तीन दिन से हो रही बारिश से प्रमुख नदियां ख़तरे के निशान से ऊपर.

आईआईएमसी के 11 शिक्षकों में से आठ ने महानिदेशक के ख़िलाफ़ खोला मोर्चा

शिक्षकों ने पत्र लिखकर आरोप लगाया कि केजी सुरेश की अध्यक्षता में आईआईएमसी प्रशासन काफी मनमाना, अपारदर्शी और कामचलाऊ हो गया है.

गुरुदत्त एक अनसुलझा क्रॉसवर्ड है, जिसमें कोई न कोई शब्द पूरा होने से रह ही जाता है

जन्मदिन विशेष: गुरुदत्त फिल्म इंडस्ट्री का एक ऐसा सूरज थे, जो बहुत कम वक़्त के लिए अपनी रौशनी लुटाकर बुझ गया पर सिल्वर स्क्रीन को कुछ यूं छू कर गया कि सब सुनहरा हो गया.

‘आज लोहिया होते तो भाजपा के ख़िलाफ़ वैसा ही मोर्चा बनाते जैसा कांग्रेस के विरुद्ध बनाया था’

राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को समर्थन देने से लेकर विपक्ष की एकजुटता और आगे की चुनावी रणनीतियों पर जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद केसी त्यागी से एमके वेणु की बातचीत.

मदर टेरेसा की नीली बॉर्डर वाली साड़ी अब इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी

साड़ी के डिज़ाइन के गलत और अनुचित इस्तेमाल को देखते हुए उठाया गया कदम. यह पहली बार है जब किसी वेशभूषा को इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स के तहत संरक्षित किया गया है.

‘राष्ट्रवाद पर गोलवरकर के विचारों को सही तरीके से समझा नहीं गया’

मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से गठित इंडियन काउंसिल फॉर फिलॉसफिकल रिसर्च का मानना है कि गोलवरकर के विचारों को सही परिप्रेक्ष्य में समझे जाने की ज़रूरत है.

जीएसटी से एक लाख कंपनियों के बंद होने का मोदी का दावा कितना सही है?

जीएसटी लागू होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन एक लाख कंपनियों पर ताला लगने का दावा किया है, उनके संबंध में वस्तुगत स्थिति का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है.

क्या केंद्र दार्जिलिंग में अशांति ख़त्म करने की ज़रूरत नहीं समझता: उच्च न्यायालय

पश्चिम बंगाल सरकार और केंद्र के बीच कलह को लेकर नाखुशी ज़ाहिर करते हुए पीठ ने कहा, हालात तभी सुधर सकते हैं जब दोनों पक्ष साथ बैठें और मतभेद सुलझाएं.

महिला केंद्रित फिल्मों के लिए पैसा जुटाना अब भी मुश्किल: कोंकणा सेन शर्मा

अभिनेत्री और फिल्मकार कोंकणा सेन ने कहा, मुझे और कल्कि कोचलिन को एक फिल्म करनी थी लेकिन पैसे की कमी की वजह से यह रुक गई है. अगर हम पुरुष होते तो यह नहीं रुकी होती.