भगवान अयप्पा का दर्शन करने गईं दो महिलाओं को वापस लौटना पड़ा है. एक महिला पत्रकार और एक अन्य महिला ने भारी विरोध के चलते वापस लौटने का फैसला किया है.
सबरीमाला पहाड़ी से करीब 20 किलोमीटर दूर निलक्कल में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात. मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि सामाजिक सुधार की सभी पहलों को रूढ़िवादी तत्वों के विरोध का सामना करना पड़ता है. सरकार सबरीमाला के नाम पर कोई हिंसा नहीं होने देगी. श्रद्धालुओं को रोकने वालों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.